Thursday, July 3, 2025

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मेरी मां भी आंगनबाड़ी सेविका थी, समझती हूं दर्द- अम्बा प्रसाद

My mother was also an Anganwadi worker, I understand the pain - Amba Prasad Hazaribagh- झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ, हजारीबाग के बैनर तले बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद का भव्य स्वागत किया गया है.   राज्य सरकार के...

My mother was also an Anganwadi worker, I understand the pain - Amba PrasadHazaribagh- झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका कर्मचारी संघ,हजारीबाग के बैनर तले बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद का भव्य स्वागत किया गया है.  राज्य सरकार के द्वारा आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि के बादसंघ ने हजारीबाग नगर भवन हार्दिक अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन राज्य सरकार का आभार जताया है.मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होने पहुंची अंबा प्रसाद काबुढ़वा महादेव मंदिर परिसर पर ही भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गया.आंगनबाड़ी सेविका संघ ने अंबा प्रसाद का किया स्वागतढोल बाजे और ताशे की गूंज के साथ फूल मालाओं से लाद करअंबा प्रसाद को बुढ़वा महादेव मंदिर से अनंदा चौक होते हुए नगर भवन तक ले जाया गया.इस दौरान पूरा इलाका अंबा प्रसाद जिंदाबाद और हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारों से गुंजायमान रहा. नगर भवन में आंगनबाड़ी सहायिकाओं की मौजूदगी में कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई.हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के चेहरे पर लाया मुस्कान इस अवसर पर सेविकाओं को संबोधित करते हुए विधायक उन्होंने कहा किहमारी सरकार ने 38 हजार आंगनबाड़ी सेविका औरसहायिकाओं के चेहरे पर अब मुस्कान लाने का काम किया है.मेरी मां खुद भी आंगनबाड़ी सेविका रह चुकी हैयही कारण है कि बचपन से ही इनके सुख-दुख से वाकिफ रही हूं. इतनी कम राशि मिलने के बावजूदये पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते है.आज तक नहीं बनी थी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के लिए नियमावलीउन्होंने कहा कि इनके लिए आज तक राज्य में एक नियमावली भी नहीं बना था.लेकिन हमारी सरकार ने एक ऐतिहासिक काम किया है.चुनाव के वक्त बड़कागांव में सभा को संबोधित करने आए राहुल गांधी जी ने मंच से घोषणा की थी किआंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं को सम्मानजनक मानदेय दिया जाएगासाथही ओबीसी आरक्षण समेत कई महत्वपूर्ण प्रश्नों निराकरण किया जाएगा.हमारी सरकार ने पूरा किया राहुल गांधी का वादाहमने राहुल गांधी के द्वारा दिया गया वादा को पूरा किया.  इसके कारण आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं में खुशी का माहौल हैऔर इस फैसले के बाद आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 रुपये एवंसहायिकाओं को 4750 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा.आने वाले 50 सालों तक हेमंत को कोई डिगा नहीं सकता