पलामू : सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कैनेडी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है.
एसीबी की टीम ने उन्हें 50 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
इस घटना से पलामू सदर अस्पताल के कर्मी सकते में हैं.
डॉ. जॉन एफ कैनेडी: क्या है पूरा मामला
बिहार के औरंगाबाद जिले के रहनेवाले शिकायतकर्ता गोल्डन कुमार ने आवेदन देते हुए बताया कि
इनके संस्था RUSSION HEALTH CARE PVT. LTD हैं जिसका जिला स्वास्थ्य समिति
पलामू झारखण्ड से CLINICAL OUTREACH TEAM (सीओटी) का एमओयू है.
जिसे दो वर्षों के लिए किया गया है. जिसके तहत वादी का कार्य पलामू जिला के
आवंटित सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन ऑपरेशन कराना है.
इनके द्वारा अब तक किये गये कार्यों की कुल राशि 1,47,400 रुपए का बिल बांकी है.
एक लाख की मांगी गई रिश्वत
उल्लेखनीय है कि इनके द्वारा कराये गये परिवार नियोजन ऑपरेशन का 10 प्रतिशत केस की जांच
DQAC के द्वारा किये जाने एवं सही पाये जाने के उपरान्त नियामनुसार भुगतान किया जाना है.
इस संबंध में वादी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, दीपक कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग,
पलामू झारखण्ड से मिला तो उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कैनेडी को
1,00,000 रुपए रिश्वत देना होगा. तभी आपके बिल को जमा कर भुगतान एवं एमओयू को रद्द नहीं किया जायेगा.
सिविल सर्जन ने मांगी एक लाख रुपए
वादी ने बताया कि 16 सितंबर 2022 को सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कैनेडी के आवास पर जाकर मुलाकात की.
इस दौरान सिविल सर्जन ने भी कहा कि एक लाख रुपए दे दो तब
तुम्हारा बिल का भुगतान कर दिया जाएगा. और एमओयू संबंधी नये आदेश निर्गत कर दिया जाएगा. जिस आदेश को दो वर्ष तक बदला भी नहीं जायेगा. वहीं शिकायतकर्ता रिश्वत देकर कार्य नहीं कराना चाहते थे.
इसके बाद वादी के द्वारा दिये गये आवेदन की जांच की गई तो घूस मांगने की बात सत्य पायी गयी.
इसके बाद शुक्रवार को वादी गोल्डन कुमार से 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफतार किया गया. सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी को एसीबी ने उनके आवास से गिरफ्तार किया है.
रिपोर्ट: शशि