रांची : राज्य के विकास के लिए- झारखंड विधानसभा के स्थापना दिवस समारोह को
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संबोधित करते हुए सभी को बधाई देते हुए कहा कि
आज ख़ुशी और उत्साह का दिन है. हमलोगों के लिए गौरव और सम्मान की बात है.
एकीकृत बिहार की राजधानी दूर होने से कई समस्याएं उत्पन्न होने लगी थी.
जिसके कारण आदिवासी बहुल इलाकों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यों का शोषण लंबे अरसे तक चला.
ये वीर शहीदों की धरती है. इस राज्य के लोगों ने अंग्रेजों से लोहा लिया, और बिगुल फूंका.
अंग्रेजों के जाने के बाद अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए संघर्ष करता रहा.
राज्य के विकास के लिए: झारखंड का सर्वाेच्च पंचायत विधानसभा
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में झारखंड राज्य अलग हुआ. विधानसभा बनी, विधायिका व कार्यपालिका ने मिलकर राज्य को दिशा देने का काम किया. झारखंड का सर्वाेच्च पंचायत विधानसभा है. यहां सभी माननीय बराबर हैं, सभी की एक मान्यता है. सत्ता और विपक्ष दोनों की भूमिका अहम होती है. यहां के लोगों की समस्या को दूर करने के लिए हम सबों को काम करना होगा. शोषित और पीड़ितों के प्रति संवेदना होनी चाहिए. हमें और बेहतर करने की ज़रुरत है.
राज्य के विकास के लिए: ग्रामीणों की समस्या को दूर करने की जरूरत
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 वर्षों में जो काम हुए हैं उसमें और काम अभी करने की जरूरत है. राज्य के 80 प्रतिशत लोग गांव में निवास करते हैं और उनकी समस्या को दूर करने की जरूरत है. विकास की किरण उनतक पहुंचाना हम सबों का काम है. संविधान को और मज़बूत करने के लिए एकजुट होने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि एक मजबूत स्तंभ के रूप में बाबा साहेब अंबेडकर ने हम सबों के लिए छोड़ कर गए हैं. संविधान निर्माताओं ने हमें मार्गदर्शन दिया और उनके दिखाए रस्ते पर हमें आगे बढ़ना चाहिए. हमें ऐसी लकीर खींचनी चाहिए ताकि हमारे वीरों ने जो रास्ते दिखाए हैं उससे आगे बढ़ सकें. सीएम हेंमत ने उत्कृष्ट विधायक विनोद कुमार सिंह, शहीदों को परिजन, टॉपर विद्यार्थियों और सम्मानित खिलाड़ियों को बधाई दी. कार्यक्रम के आयोजन को लेकर स्पीकर को भी बधाई दी.
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