जमशेदपुर : जिले में क्रिसमस को लेकर बाजार गुलजार हो गया है. बाजार में क्रिसमस ट्री, सैन्टा एवं क्रिसमस कार्ड की बिक्री हो रही है. वहीं लोगों में इसको लेकर उत्साह भी है.
25 दिसंबर को हुआ था ईसा मसीह का जन्म
बता दें कि क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार है. ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था. क्रिसमस को लोग ‘बड़ा दिन’ भी कहते हैं. यह त्यौहार साल के आखिरी हफ्ते में पूरी दुनिया में उत्साह के साथ मनाया जाता है.
दुकानदारों में कोरोना के नये वैरियंट का सता रही खतरा
हालांकि दुकानदारों की माने तो कोरोना के नये वैरियंट का खतरा भी इन्हे सता रही है. चुंकि अगर फिर से कोरोना के मामले बढे तो बाजार में बिक्री कम हो जाएगी और फिर से इन्हे नुकसान का सामना करना पड़ेगा. हालांकि अभी बाजार में सामानों की बिक्री साधारण तौर पर हो रही है.
क्रिसमस ट्री, सैन्टा सहित कई सामानों की हो रही बिक्री
जमशेदपुर में हर पर्व त्यौहार को हर धर्म एवं संप्रदाय के लोग मिलजुल कर मनाते हैं. ऐसे में शहर में क्रिसमस के मौके पर इससे जुड़े तमाम सामानों की बिक्री खूब होती है. शहर के प्रमुख बाजारों मे क्रिसमस ट्री, सैन्टा, क्रिसमस कार्ड, चॉकलेट एवं कई सजावट के सामानों की बिक्री हो रही है.
चाइनीज सामानों की खरीदारी कम
लोगों ने चरणी सजाने के लिए सामग्रियां ले आई है और आज रात 12ः00 बजे से क्रिसमस का आगाज हो जाएगा. क्रिसमस की सजावट का सामग्री बेचने वाले दुकानदार बताते हैं कि इस बार लोग चाइनीज सामानों की कम खरीदारी कर रहे हैं. भारत में बने सामानों को लोग तवज्जो दे रहे हैं. साथ ही साथ 20 रुपए से लेकर 2000 तक के सामान लोगों के द्वारा खरीदी जा रही है. पहले की तुलना में इस साल लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. वहीं, हजारीबाग के मुख्य चर्च के फादर ने बताया कि पिछले 2 सालों से कोविड-19 के कारण क्रिसमस मनाने में काफी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
क्रिसमस: लोगों में काफी उत्साह
इस बार शाम 4ः00 बजे से ही चरणी के सजाने और प्रार्थना सभा कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी. जो कि रात लगभग 1ः00 बजे तक यीशु मसीह के जन्म तक मनेगा. 25 जनवरी यानी क्रिसमस के दिन सुबह 7ः00 बजे से प्रार्थना सभा शुरू हो जाएगी. बताया गया कि इस बार लोग काफी उत्साहित है कि एक साथ मिलकर इस मुख्य त्यौहार क्रिसमस को लोग मनाएंगे.
रिपोर्ट: बिपिन