मुजफ्फरपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा साहब भीमराव बिहार विश्वविद्यालय के प्रबंधकों के विरूद्ध विशाल छात्र गर्जना रैली. इस विरोध मार्च के दौरान सैंकड़ों छात्र सड़क पर हांथों में परिषद् का झंडा और तख्ती लेकर विरोध जता रहे थे. कार्यक्रम में शामिल छात्र काफी आक्रोशित नजर आ रहे थे. जो विश्वविद्यालय प्रशासन के कार्यों के प्रति असंतोष प्रकट करते हुए दिखे. मौके पर शांति व्यवस्था कायम करने के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मी की तैनाती भी की गयी थी.
विरोध मार्च के दौरान अभाविप जिलाध्यक्ष केसरी नंदन शर्मा ने बताया कि जिस तरह से मगध विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है. उसी तरह सूबे के सभी महाविद्यालयों में और विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. शिक्षा की जगह अराजकता का माहौल बना हुआ है. सभी विश्वविद्यालयों में भी इसकी जांच होनी चाहिए. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने इस संबंध में कई बार कुलपति को सूचित किया है. लेकिन विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार की अबतक जांच नहीं हुई है. अगर विश्वविद्यालय प्रशासन परिषद् की मांग पर अविलंब कार्रवाई नहीं करते हैं, तो बड़े पैमाने के लिए परिषद् के कार्यकर्ता बाध्य होंगे.
केसरी नंदन शर्मा ने विरोध मार्च के दौरान बिहार के छात्रों को शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी मांग की है. उनका कहना है कि बिहार के छात्र देशभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. लेकिन चंद लोगों के कारण अब राज्य की छवि धूमिल हो रही है. बिहार राज्य की स्मिता को बचाने का प्रयास हम युवा कर रहे हैं. हमने कुलपति से इस संबंध में कई बार बात की, लेकिन हमारी बातों को अनसुना कर दिया जाता है. अगर इस बार सुनवाई नहीं होती है, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. आंदोलन के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी गयी, तो वे विश्वविद्यालय कुलपति के आवास का घेराव करने के लिए बाध्य हैं.
रिपोर्ट- विशाल