PATNA: कहते हैं राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं होता है.
यहां समय और परिस्थितियों के अनुसार समीकरण बनते-बिगड़ते रहते हैं.
दुश्मन दोस्त बन जाते हैं और घोर विरोधी भी एक मंच पर आ जाते हैं.
आज पटना में जो होने जा रहा है वो भी राजनीति के
इस सिद्धांत की तस्दीक करता है. आज एक-दूसरे की
धुर विरोधी रही शिवसेना और राष्ट्रीय जनता दल के
नेताओं की मुलाकात होगी. शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे
आज पटना पहुंचेंगे और तेजस्वी यादव के साथ
न सिर्फ मुलाकात करेंगे बल्कि दोनों साथ में लंच भी करेंगे.
दोनों राजनीतिक परिवारों के बीच इस तरह की ये पहली मुलाकात
आदित्य ठाकरे के साथ पार्टी नेता प्रियंका चतुर्वेदी,
अनिल देसाई भी मौजूद होंगे. अपनी-अपनी पार्टियों
की कमान संभालने वाले इन दो युवा नेताओं की
मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.
हालांकि इसे निजी मुलाकात बताया गया है
लेकिन संभावना जताई जा रही है दोनों नेताओं के बीच
मौजूदा राजनीतिक हालात और आगे की योजनाओं को लेकर भी बात होगी.
इस मुलाकात को 2024 के लोकसभा चुनाव और विपक्षी एकता
की कोशिशों से भी जोड़कर देखा जा रहा है. एक दौर था
जब शिवसेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे और
राजद प्रमुख लालू यादव एक-दूसरे को बिल्कुल भी पसंद नहीं करते थे.
खासतौर से शिवसेना की हिंदूवादी विचारधारा और मुंबई में उत्तर भारतीयों के विरोध को लेकर लालू यादव हमेंशा हमलावर रहे. लेकिन वक्त के साथ हालात भी बदले तो अब दूरिंयां भी मिटती दिख रही है. आज लालू यादव यादव के पुत्र तेजस्वी यादव बाला साहब ठाकरे के पौत्र आदित्य ठाकरे की मेजबानी करेंगे.
महाराष्ट्र में शिवसेना के हाथ से सत्ता जाने के बाद से आदित्य ठाकरे लगातार अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इससे पहले वो राहुत गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए और अब तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे. हालांकि आदित्य ठाकरे की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात होगा या नहीं इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है.
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