Wednesday, July 30, 2025

Related Posts

Sambhal Violence के बाद पूरा इलाका सील, छावनी में तब्दील हुआ शहर

डिजीटल डेस्क : Sambhal Violence के बाद पूरा इलाका सील, छावनी में तब्दील हुआ शहर। उत्तर प्रदेश के Sambhal में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा और हुए बवाल के बाद एक्शन में आए पुलिस-प्रशासन का एक्शन चालू है। एक्शन लेते हुए प्रशासन ने 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे इलाके को सील कर दिया है।

Sambhal शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।

Sambhal में कमिश्नर ने डाला डेरा, मुरादाबाद भी अलर्ट

कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह Sambhal में ही कैंप किए हुए हैं। Sambhal में हिंसा के बाद मुरादाबाद से अतिरिक्त पीएसी को संभल रवाना किया गया है। Sambhal में चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग कर आम लोगों को रोका गया है।

जो लोग इन रास्तों से गुजरने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें डाइवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है।

Sambhal में हुई हिंसा और आगजनी के बाद मुरादाबाद पुलिस अलर्ट मोड में है। सीओ और थानाध्यक्ष अपने क्षेत्र में पैदल मार्च कर रहे हैं। ड्रोन कैमरा से निगरानी हो रही है। एसएसपी ने सोशल मीडिया विंग को भी सक्रिय कर दिया है।

क्षेत्राधिकारी कोतवाली ने थाना प्रभारी मुगलपुरा मय पुलिस बल के साथ अपराध नियन्त्रण, कानून एवं शान्ति, सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया है। इसके साथ ही मुगलपुरा क्षेत्र में फ्लैग मार्च  किया। इसी तरह क्षेत्राधिकारी कटघर ने भी थाना प्रभारी गलशहीद मय पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया गया है और गलशहीद क्षेत्र में फ्लैग मार्च  किया है।

क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस ने भी अगवानपुर चौकी क्षेत्र के साथ ही थाना सिविल थाना इलाके में फ्लैग मार्च किया है। जिलाधिकारी अनुज सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने भी कई क्षेत्रों में पहुंचकर पैदल मार्च किया।

पिता हरिशंकर जैन के साथ वकील विष्णु शंकर जैन।
पिता हरिशंकर जैन के साथ वकील विष्णु शंकर जैन।

Sambhal Violence पर वकील विष्णु शंकर जैन – सर्वे टीम को डराने को हुई हिंसा…

Sambhal के जामा मस्जिद में रविवार को भड़की हिंसा के पीछे सर्वे टीम में शामिल वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि यह एक सोची समझी साजिश थी ताकि सच बाहर न आ सके।

कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम में शामिल वकील विष्णु शंकर जैन ने जोर देकर कहा कि – ‘सर्वे के दौरान भड़की हिंसा एक सुनियोजित योजना थी जो कि सर्वे टीम को डराने के लिए रची गई थी। सर्वे पूरा हो चुका है कोर्ट में 29 नवंबर को रिपोर्ट पेश की जाएगी। Sambhal में हिंसा भड़काने वाले लोगों ने सर्वे टीम को डराने के लिए हमला किया गया है।

…यह आदेश का उल्लंघन है और जानबूझकर माहौल खराब किया गया है। सर्वे टीम को रोकने के लिए यह हमला किया गया था ताकि सर्वे पूरा न हो पाए और लोगों के सामने सच न आ पाए। हिंसा के दौरान पुलिस ने समय रहते हुए सर्वे टीम को बाहर निकाला और हमलावरों से बचा लिया।

सर्वे के दौरान सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन जानबूझकर वहां से लोगों को भगाया गया था। यह सब कुछ नेताओं के बयानों की वजह से हुआ है जिन्होंने कोशिश की कि किसी भी तरीके से सच सामने न आ जाए। सर्वे टीम फिलहाल पूरी तरह से सुरक्षित है।

….जामा मस्जिद के अंदर सर्वे का काम पूरा हो चुका है। हिंसा भड़कने से पहले ही सर्वे टीम ने मस्जिद के अंदर की वीडियो और फोटोज रिकॉर्ड कर लिए थे। टीम ने सर्वे का काम पूरा कर लिया था।

…संभल की जामा मस्जिद के मामले में प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट लागू नहीं होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस एक्ट में साफ तौर पर लिखा गया है कि जो भी इमारत एएसआई की लिस्ट में होगी यानी कि जिन इमारतों को संरक्षित किया गया है वह इस एक्ट के अंतर्गत नहीं आती हैं’।

संभल में हिंसक बवाल के दौरान फायरिंग और पथराव करते उपद्रवियों को एक्शन लेने से पहले नसीहत देते एसपी कृष्ण बिश्नोई।
संभल में हिंसक बवाल के दौरान फायरिंग और पथराव करते उपद्रवियों को एक्शन लेने से पहले नसीहत देते एसपी कृष्ण बिश्नोई।

Sambhal Violence के दौरान एसपी कृष्ण बिश्नोई की बवालियों को नसीहत- भविष्य बर्बाद न करो बेटा

Sambhal में रविवार को मस्जिद के दोबारा सर्वेक्षण करने के दौरान हंगामा और जमकर पथराव के दौरान बवाल काट रहे उपद्रवियों पर बल प्रयोग से इतर एसपी कृष्ण बिश्नोई का बवालियों को नसीहत वाला अंदाज काफी सराहा जा रहा है।

हिंसक बवाल शुरू होते ही एसपी कृष्ण बिश्नोई सड़क पर उतरे और बवालियों की ओर मुखातिब होकर उन्हें नेताओं को चक्कर में न बहकने के लिए समझाते हुए नजर आए।

बवाल को लेकर सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एसपी कृष्ण बिश्नोई भीड़ में शामिल उपद्रवियों को समझाते हुए कहते सुने जा रहे हैं कि – ‘बेटा आपका भविष्य बहुत अच्छा है, नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो’। इसी के बाद अचानक सुर्खियों पर छाए आईपीएस कृष्ण बिश्नोई के बारे में लोगों में जिज्ञासा देखी जा रही है।

कृष्ण कुमार बिश्नोई को केके बिश्नोई के नाम से भी जाना जाता है। वह 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उनकी गिनती उत्तर प्रदेश के सबसे दबंग आईपीएस अधिकारियों में होती है। अपनी मेरठ पोस्टिंग के दौरान उन्होंने यूपी के खूंखार अपराधियों में शामिल बदन सिंह बद्दो की कोठी बुलडोजर से ढहा दी थी, जिसपर 5 लाख रुपये का इनाम था।

इतना ही नहीं, अपनी मुजफ्फरनजर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने कुख्यात अपराधी सुशील मूंछ को भी गिरफ्तार कर जेल में डाला थ और बतौर सिटी एसपी गोरखपुर में उन्होंने माफियाओं की 800 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति जब्त की थी।

आईपीएस केके बिश्नोई राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। अपने 6 भाई-बहनों में सबसे छोटे कृष्ण की शुरुआती पढ़ाई गांव के ही प्राइमरी स्कूल में हुई है। वह भी दूसरे बच्चों की तरह पैदल ही स्कूल जाते थे। सरकारी स्कूल से 8वीं क्लास में वह अपने जिले के टॉपर भी बने थे।

127,000FansLike
22,000FollowersFollow
587FollowersFollow
562,000SubscribersSubscribe