रांची: इस साल के आखरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा अपनी सहयोगी पार्टी आजसू को 5-7 सीटें दे सकती है। अमित शाह के साथ 20 जुलाई को हुई भाजपा कोर कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई है।
बैठक में आजसू को छह सीटें लगभग तय हैं। इनमें सिल्ली, रामगढ़, डुमरी, गोमिया, तमाड़ और बड़कागांव शामिल हैं। अगर आजसू का दबाव बढ़ा तो भाजपा एक और सीट देने पर विचार
इस बीच, ईचागढ़ सीट पर आजसू उम्मीदवार के नाम घोषित करने पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने नाराजगी जाहिर की है। सहयोगी आजसू को बता दिया गया है कि भविष्य में किसी भी सीट के लिए नाम घोषित नहीं करना है।
कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश भाजपा के नेताओं ने कहा कि आजसू ने उम्मीदवार का नाम घोषित करते हुए किया कि वे एनडीए के उम्मीदवार हैं।
पिछले चुनाव में भाजपा और आजसू में गठबंधन नहीं हुआ था। भाजपा ने 81 सीटों में से 179 पर और आजसू ने 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। आजसू मात्र दो सीटें जीत पाई थी। सिल्ली से आजसू प्रमुख सुदेश महतो और गोमिया से लंबोदर महतो जीते थे। सिल्ली में भाजपा ने उम्मीदवार नहीं उतारा था। बाद में रामगढ़ उपचुनाव में आजसू को जीत मिली थी।