बांग्लादेश -रिहाई की घोषणा होते ही बोलीं खालिदा जिया : हमें देश को बनाना होगा, जारी हिंसा चिंताजनक

File Photo

डिजीटल डेस्क : बांग्लादेशरिहाई की घोषणा होते ही बोलीं खालिदा जिया : हमें देश को बनाना होगा, जारी हिंसा चिंताजनक । अशांत बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के पीएम के नाम पर मुहर लगने के बाद अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के नेतृत्व में हुई एक अहम बैठक में बीएनपी की अध्यक्ष व पूर्व पीएम खालिदा जिया के साथ ही छात्र प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को रिहा करने का फैसला लिया गया। रिहा होने वालों की कुल संख्या 18 सौ से अधिक बती गई है। इस अहम बैठक में कई विपक्षी पार्टियों के नेता भी शामिल थे। अपनी रिहाई का आदेश मिलते ही खालिदा जिया ने बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी हिंसा, तोड़फोड़ और सरकारी संसाधनों की लूट को लेकर चिंता व्यक्त की। बीएनपी नेताओं ने इसकी जानकारी दी।

रिहा होने पर खालिदा जिया ने लिया देश की हालात का ब्योरा

बता दें कि सरकारी नौकरियों में कुछ खास लोगों के एक वर्ग के लिए आरक्षण प्रणाली के खिलाफ जुलाई के मध्य से छात्रों के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। उसके बाद इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया जिसमें कई लोगों की जान चली गई। तख्तापलट के बाद बुधवार को 440 से अधिक मौतों की पुष्टि की गई। बताया कि देश भर के 400 से अधिक थाने वीरान हो गए हैं और बलवाइयों के आतंक से अल्पसंख्य हिंदू समुदाय के लोगों का पलायन का भी क्रम देखने को मिल रहा है। घर, मकान, संपत्तियां लूटीं जा रही हैं। इन्हीं हालातों के बीच बांग्लादेश खिलाफत मजलिस के महासचिव मौलाना मामुनुल हक ने अस्पताल में जाकर बंदी के तौर पर उपचाराधी खालिदा जिया से मुलाकात की। इसी मुलाकात के बाद खालिदा जिया ने कहा, “हमारे राज्य के संसाधन नष्ट हो रहे हैं। यह हमारा देश है। हमें इस देश को बनाना है।” रिहा होने के बाद खालिदा जिया ने मौलाना मामुनुल हक के पिता दिवंगत शेखुल हदीस अजीजुल हक को याद किया।

बांग्लादेश की पहली महिला पीएम रहीं खालिदा जिया हुईं रिहा
बांग्लादेश की पहली महिला पीएम रहीं खालिदा जिया हुईं रिहा

खालिदा जिया बोलीं – संपत्तियों को लूटा जाना एक गंभीर घटना

खालिदा जिया ने कहा कि लोगों के जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचा एक गंभीर घटना है। राज्य के संसाधनों को लूटने में कई लोग शामिल हैं। उन्होंने इसे अन्यायपूर्ण बताया। इस मुद्दे पर बात करते हुए खिलाफत मजलिस के संयुक्त महासचिव मौलाना अताउल्लाह अमीन ने कहा कहा, “बेगम खालिदा जिया एक उत्पीड़ित महिला हैं। हम लंबे समय तक जेल में रहे। मौलाना मामुनुल हक भी लंबे समय तक जेल में रहे। मौलाना मामुनुल हक के नेतृत्व में हम उनके स्वास्थ्य के बारे पूछने गए थे।” मौलाना अताउल्लाह अमीन ने कहा, “बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति ठीक नहीं है। खालिदा जिया देश के लिए लोगों से प्रार्थना करने का अनुरोध कर रही है।” मुलाकात को लेकर सवाल पूछे जाने पर अताउल्लाह अमीन ने कहा, “हमारे देश की स्थिति ठीक नहीं है। वह इसे लेकर बहुत चिंतित हैं। राज्य के संसाधनों को लूटना सही नहीं है। जो अन्याय करेगा, अल्लाह उन्हें सजा देगा।”  गत 5 अगस्त को राष्ट्रपति शहाबुद्दीन अहमद ने खालिदा जिया की रिहाई का आदेश जारी किया था। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रपति ने खालिदा जिया की रिहाई की घोषणा कर दी थी और उसे अब सार्वजनिक कर दिया गया है।  बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया अपनी खराब स्वास्थ्य के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। 2018 में उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया था और 17 साल की जेल की सजा दी गई थी।

Share with family and friends: