रांची: हटिया राउरकेला रेलखंड पर स्थित स्वर्णरेखा नदी पर बने रेलवे ब्रिज को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा नुकसान पहुचाने की कोशिश की गई है।
इस घटना के अनुसार, रेल ब्रिज के 3 बड़े नट के बोल्ट वॉशर सहित खुले पाए गए हैं। अगर इसकी जानकारी सही समय पर न मिलती, तो यह एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता था।
भाग्यशाली रूप से, आरपीएफ जवानों ने इन खुले बोल्टों का नोटिस लिया और तत्काल मामले की जानकारी रेलवे अधिकारियों को प्रदान की।
धुर्वा थाने में रेलवे ने इस मामले को प्राथमिकी दर्ज करवाई है और उसके बाद शुक्रवार रात को रेल ब्रिज की मरम्मत करने के लिए नट बोल्ट को पुनः लगाया गया है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस घटना से पहले ही संदिग्ध गतिविधियों के चलते आरपीएफ जवानों को बोल्ट पर ध्यान गया, जिससे बड़ी दुर्घटना से बचा जा सका।
ब्रिज हुए नुकसान की मरम्मत के बाद रेलवे डिपार्टमेंट ने एफआईआर दर्ज करने का निर्णय लिया है, जिसमें हटिया कुना मरांडी के ब्रिज हटिया के आवेदन को संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच करने का आदेश दिया गया है।
आवेदन में बताया गया है कि हटिया से बालसिरिंग के बीच स्थित रेलवे फाटक संख्या 428/26 के तीन बोल्ट वाशर सहित पोल को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा खोल दिया गया था। इसके परिणामस्वरूप, ब्रिज पर नुकसान हुआ और एक बड़ी घटना हो सकती थी।
इस परिस्थिति में, रांची के धुर्वा थाने में प्राथमिकता दर्ज की गई है और मामले की जांच के लिए पुलिस की टीम नियुक्त की गई है।
हमें बताया गया है कि इस घटना से पहले ही रेलवे अधिकारियों द्वारा जांच शुरू की गई थी और उनकी सतर्कता की वजह से दुर्घटना से पहले ही अवैध गतिविधियों का खुलासा हो गया था।
इसके बाद, तत्काल मामले की सुधार के लिए ब्रिज की मरम्मत कीरेलवे के वरिष्ठ अभियंता ब्रिज हटिया कुना मरांडी के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की गई है।
आवेदन में रेलवे की तरफ से लिखा गया है कि हटिया से बालसिरिंग के बीच स्थित पोल संख्या 428/26 वाले रेलवे फाटक पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा तीन बोल्ट वाशर सहित खोल दिए गए हैं। इससे रेलवे ब्रिज को नुकसान पहुंचा और कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती थी।
इसलिए, इस मामले में जिस किसी व्यक्ति द्वारा भी यह कार्रवाई की गई है, उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद पुलिस ने धुर्वा थाने में मामले की तफ्तीश शुरू की है। आरपीएफ जवानों की सतर्कता के कारण दुर्घटना से पहले ही संदेहास्पद गतिविधियों का पता चल गया और नट बोल्ट को पुनः लगाकर ब्रिज की मरम्मत कर दी गई। ट्रानग कपानया में भी पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
फिर भी, आरपीएफ जवानों की सतर्कता के कारण दुर्घटना से पहले ही अवैध गतिविधियों का पता चला और ब्रिज की मरम्मत कर दी गई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, नट बोल्टों को खोलने से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी क्योंकि इससे ब्रिज के मुख्य बोल्ट खुल गया था, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेनों के गुजरने पर असुरक्षितता हो सकती थी।