डिजीटल डेस्क : Ayodhya Rape Case Update – अयोध्या गैंगरेप मामले में बाल आयोग ने 3 दिनों में तलब की रिपोर्ट, पीड़ित परिवार से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल। अयोध्या में 12 वर्षीय बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म मामले में सियासी पारा हाई होने के साथ ही अब राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग ने गंभीर संज्ञान लिया है। मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने तीन दिनों सरकार से रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी स्थिति में बालिका की पहचान उजागर न हो। उसकी पहचान को गोपनीय रखते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। आयोग ने एसएसपी अयोध्या को भेजे गए पत्र में मामले में दर्ज कराई गई प्राथमिकी, आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई, पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट, उसके बयान और उसके जारी इलाज के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है।
पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचा भाजपा प्रतिनिधिमंडल
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नाबालिग से गैंगरेप का मामला गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया है। समाजवादी पार्टी नेता मोईद खान के इस घटना में सीधी संलिप्तता के बाद से पार्टी आक्रामक है। रविवार को पार्टी का प्रतिनिधिमंडल अयोध्या पहुंचा। पीड़ित परिवार से मुलाकात की। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार के दुख को बांटा। साथ ही, उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को पीड़िता के परिजनों को आर्थिक मदद के लिए 5 लाख रुपये का चेक सौंपा।
पीड़ित परिवार से मिलने वाले भाजपाई प्रतिनिधमंडल में ये शामिल रहे…
अयोध्या में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार नाबालिग बच्ची के परिजनों से मिलने के लिए भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को अयोध्या पहुंचा जिसमें अयोध्या के पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के अलावा यूपी के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद और सदर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता मुख्य रूप से शामिल थे। साथ ही भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव और भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह भी भदरसा पहुंचे थे। सभी नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें मदद का भरोसा दिलाया। पीड़िता के घर पहुंचे भाजपा प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने बताया कि पूरे मामले में अब तक के रहे अपडेट से वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराएंगे ताकि पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके।

राज्य बाल अधिकार आयोग की टीम ने जाना पीड़िता का हाल, प्राइवेट वार्ड में कराया शिफ्ट
अय़ोध्या सामूहिक दुष्कर्म मामले में पर राज्य के सीएम योगी आदित्य़नाथ के कड़े रुख को देखते हुए राज्य बाल अधिकार आयोग स्वतः इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेकर पीड़िता के पक्ष में हरसंभव विधिक और अन्य मदद के लिए सक्रिय है। आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने अयोध्या जिला महिला चिकित्सालय पहुंचीं और पीडिता का हालचाल जाना और उसे हादसे के सदमे से उबरने के लिए सभी तरह की चिकित्सकीय काउंसलिंग सेवाएं मुहैया कराने को कहा। उन्होंने सीएमओ और जिला महिला अस्पातल के प्रमुख अधीक्षक को निर्देश दिया कि तत्काल पीड़िता को सुरक्षा के लिहाज से प्राइवेट वार्ड से शिफ्ट कराएं। पीड़िता के पास किसी भी अनजान व्यक्ति को न जाने दिया जाए। राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने जिले के एसपी को बच्ची की अस्पताल में और आवास पर उसके परिवारवालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया कि पीड़ित बच्ची का बैंक में खाता खुलवाते हुए उसके खाते में राज्य और केंद्र सरकार की ओर संचालित कल्याण योजनाओं में देय राशि दिलवाई जाए। अनीता अग्रवाल ने कहा कि बच्ची के साथ काफी शर्मनाक और अति निंदनीय बताया। साथ कहा कि इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ स्वतः काफी गंभीर हैं और दोषियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई करते हुए पीडिता को ऐसा न्याय दिलाने का प्रयास ताकि आइंदा के लिए भी ऐसी अपराध की मंशा रखने वालों के लिए यह सबक बने।
अयोध्या सामूहिक दुष्कर्म केस पर गरमाई यूपी की सियासत
अयोध्या सामूहिक दुष्कर्म मामले में सियासत तेज हो गई है। इस मामले बसपा, सपा और भाजपा सभी दलों के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और सभी के अपने अपने दावे भी हैं। इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक दिन पहले गत शनिवार को कहा था कि इस कुकृत्य में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है। उस पर मायावती ने पलटवार किया और कहा था कि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए। दूसरी ओर, राज्य की योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खड़ा कर दिया है। साथ ही योगी सरकार ने इस मामले पर सपा को घेरते हुए कहा कि आरोपी समाजवादी पार्टी का है, वह समाजवादी पार्टी के सांसद के साथ घूम फिर रहा था, लेकिन पार्टी के नेताओं के मुंह में दही जम गई है। विधानसभा में सीएम योगी ने आगे कहा था कि ऐसे अपराधियों को गोली नहीं मारी जाएगी तो क्या उन्हें माला पहनाई जाएगी। उसी क्रम में गत शनिवार को योगी सरकार के हमलों का जवाब देते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।

सपा से जुड़ा मुख्य आरोपी और सह आरोपी गिरफ्तार, बेकरी सील और चला बुलडोजर
अयोध्या के सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोइद खान और नौकर राजू खान को गिरफ्तार कर चुकी है। मोईद खान के घर पर बुलडोजर चला दी गई है और उसकी बेकरी भी सील कर दी गई है। उसके बेकरी के लाइसेंस के भी रद्द करने की प्रक्रिया चल रही है। आरंभिक पुलिस जांच में सामने आया था कि आरोपी का समाजवादी पार्टी से नाता है। उसके बाद से ही हड़कंप मच गया। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने नाबालिग के साथ सिर्फ अपराध को अंजाम ही नहीं दिया था बल्कि पहले उसका अश्लील वीडियो भी बनाया और जिसके बाद उसके साथ एक बार नहीं कई बार अपराध को अंजाम दिया। नाबालिग के साथ दुष्कर्म का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग पीड़िता गर्भवती हो गई थी। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले नाबालिग पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी, तब ही नौकर राजू ने पीड़िता से कहा था कि बेकरी मालिक मोईद खान ने उसे मिलने के लिए बुलाया है। उसके बाद मोईद ने पीड़िता के साथ अपराध को अंजाम दिया, जिसके बाद नौकर राजू ने भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।