हेमंत सरकार पर बरसे बाबूलाल मरांडी
RANCHI: बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने पलामू के पांकी में हुए सांप्रदायिक हिंसा की घटना की निंदा की है. उन्होंने पार्टी कार्यालय में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य सरकार वोट बैंक की राजनीति के खेल में लगी है.
इसके चलते राज्य का विकास प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द, सद्भाव का माहौल बिगड़ने लगा है. पांकी सहित देवघर में महाशिवरात्रि के मौके पर जिस तरह के हालात देखने को मिले हैं वह चिंता का विषय है. सरकार पूरी तरह से सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की राह पर है.

सांप्रदायिक घटनाएं सुनियोजित: बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते कहा कि महाशिवरात्रि पर शिव बारात निकलती है. इसके लिए पांकी में तोरण द्वार बनाया जा रहा था. पर उपद्रवियों ने सुनियोजित तरीके से इस पर विवाद खड़ा किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते स्थिति नहीं संभाली जिससे उपद्रवियों का मन बढ़ा. बाबूलाल ने कहा कि कोरोना काल में भी कुछ ऐसी घटनाएं दिखीं जिसमें सरकार, उसके मंत्रियों ने भी वोट बैंक की राजनीति की. रातों रात बांग्लादेशी लोगों को रांची से दुमका भेजा गया.
पलामू में इससे पहले दलितों को मस्जिद की जमीन बताकर हटाया गया
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पलामू में अरसे से रह रहे दलित परिवारों को मस्जिद की जमीन बताकर जबरन भगा दिया गया. वे अब भी थाने में समय गुजार रहे. सरकार चाहती तो उन्हें कागज बनाकर दे सकती थी. विधानसभा में नमाज कक्ष मामले पर अब तक समिति रिपोर्ट नहीं दे सकी है। स्कूलों में प्रार्थना गीत बदले जाने, पहाड़िया युवती को टूकड़े टूकड़े में काटे जाने की घटनाएं भी सरकार की मंशा को जाहिर करती है.
देवघर में पैदा किया जा रहा अनावश्यक तनाव
देवघर मामले पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अनावश्यक तौर पर जानबूझकर सरकार सांप्रदायिक तनाव पैदा करने में लगी है. महाशिवरात्रि पर धारा 144 की बात बेतुकी है. रांची मेन रोड हिंसा मामले की रिपोर्ट भी अब तक सामने नहीं आई है. उन्होंने पुलिस और सरकार को संयम बरतने को कहा है ताकि मानवीय मूल्यों के साथ खिलवाड़ ना हो. संप्रदाय, जाति के आधार पर राजनीति ना हो.