Mandar- प्रखण्ड परिसर में आयोजित कृषि ऋण वितरण शिविर को संबोधित करते हुए मांडर विधायक नेहा शिल्पी तिर्की ने बैंकों को किसानों के लिए वरदान बताया है.
उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था के सुधार में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. महाजन व्यवस्था में किसानों को खेती के लिए महाजनों से ऋण लेना पड़ता था और जिसके कारण खेती तो बर्वाद होती ही थी, अर्थव्यवस्था की हालत भी खस्ता रहती थी, फसल बर्बाद होते ही महाजन खेतों की लूट करते थें.
लेकिन जब से बैंकों के द्वारा किसानों का ऋण दिया जा रहा है, उनकी हालत में सुधार हुआ है, अभी भी किसानों की हालत बहुत अच्छी नहीं है. ऋण नहीं चुकाने के कारण किसानों को आत्महत्या के मजबूर होना पड़ रहा है. शिल्पी नेहा तिर्की ने बैंकों और नाबार्ड से प्रशिक्षण जोर दिया.
नेहा शिल्पी तिर्की ने किसानों को बदलते मौसम से तैयार रहने के लिए भी कहा.
साथ ही केसीसी, एसएचजी इत्यादि का लाभ उठानो का कहा,
शिविर में 200 लाभुकों के बीच करीबन 2करोड़ 41लाख का ऋण वितरण किया गया.
कृषि ऋण वितरण शिविर में 2 करोड़ 41 लाख का ऋण का वितरण
नाबार्ड के मो. आफताबुद्दीन ने ग्रामीण विकास मे, नाबार्ड की भूमिका के बारे में बताया.
उन्होंने कहा कि नाबार्ड के जरिए बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही है,
जिसका फायदा किसान उठा सकते है.
बताते चलें कि ऋण शिविर का आयोजन करने वाला यूनियन बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का चौथा बड़ा बैंक है.
पिछले साल बैंक का 18 लाख करोड़ का कारोबार हुआ है.
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