रांची उत्पाद विभाग और पुलिस की जांच में खुलासा
कबाड़ी वालों की लिस्ट तैयार कर रही उत्पाद विभाग
रांची : अगर आप शराब पीने के शौकिन हैं तो सावधान हो जाएं, नहीं तो आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है.
क्योंकि महंगे शराब की बोतलों में सस्ती और मिलावटी शराब भरी जा रही है.
ये खुलासा हम नहीं बल्कि रांची उत्पाद विभाग और पुलिस की जांच में सामने आई है.
जांच में ये बातें सामने आयी है कि शराब माफियाओं के मददगार शहर भर के कबाड़ी वाले हैं,
जो अवैध शराब के खेल में वैसे प्यादे हैं जो इस खेल में जाने अंजाने ही सही लेकिन
अहम किरदार के रूप में कबाड़ी वाले कार्य कर रहे है. ऐसे में वैसे कबाड़ी वालों की लिस्ट तैयार
करने में उत्पाद विभाग जुट गई है, जो शराब माफियाओं को शराब की खाली बोतल मुहैया कराते हैं.
शराब माफिया सरकार के राजस्व को लगा रहा चुना
झारखंड और बिहार के शराब तस्करों का लिंक न सिर्फ नॉर्थईस्ट से बल्कि कोलकाता से जुड़ा हुआ है.
इससे न सिर्फ सरकार के राजस्व को चुना लगाया जा रहा है बल्कि लोगों को भी ठगा जा रहा है,
और लोगों की जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है.
पीने वाले सावधान: इन जगहों पर खपाई जाती है शराब
दरअसल अरुणाचल और पंजाब की सस्ती शराब को झारखंड में डंप किया जाता है और फिर शराब माफिया उसमें मिलावट कर उसे महंगे ब्रांड के बोतलों में भर देता है और फिर बाजार में उसे बेच दिया जाता है. वैसे जयादातर शराब को बिहार ही भेजा जाता है और कुछ रांची के ग्रामीण इलाकों के साथ साथ आस पास के जिलों में खपाई जाती है. हालांकि अवैध शराब माफियाओं को महंगी ब्रांड की खाली बोतल कबाड़ी वाले मुहैया कराते हैं. वो भी ऊंची कीमतों पर. दरअसल शराब की खाली बोतलें कुछ तो सड़को पर ही मिल जाती और कुछ कबाड़ी वाले औने पौने कीमत पर खरीद लेते हैं.
अवैध शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
हालांकि ये गोरखधंधा अब उजागर हो गया है. अवैध शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी से ये बाते सामने आई है. यही वजह है कि अब ऐसे कबाड़ी वालों की लिस्ट उत्पाद विभाग और पुलिस तैयार कर रही है. इस लिस्ट में रांची के कई कबाड़ी वाले शमिल हैं, जिसमें नामकुम, बूटी मोड़ में बैठे बड़े कबाड़ी के व्यापारी भी शामिल है.
पीने वाले सावधान: कोलकाता की फैक्ट्री से मंगाया जाता है ढक्कन और रैपर
इस खेल में एक बात सामने आयी है कि कबाड़ी वाले से खाली बोलते लेने के बाद बोतल के ढक्कन और रैपर कोलकाता की फैक्ट्री से मंगाया जाता है. इस बात का खुलासा रांची पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम ने किया है. जिसे लेकर रांची पुलिस अब कोलकाता में भी अपनी दबिश दे सकती है. बहरहाल अवैध शराब को लेकर रांची पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन शराब माफियाओं की पैर काफी मजबूत है, जिस कारण उत्पाद विभाग और पुलिस के लिए ये बड़ी चुनौती है.
रिपोर्ट: मुर्शीद आलम