Before Nomination of PM Modi : वाराणसी में भाजपा विधायक का किया जनता ने किया विरोध, किया घेराव

जनता के विरोधी तेवर से जनसंपर्क पर निकले भाजपा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और उनके सहयोगी भी सकते में आ गए। PM Modi के नामांकन से ऐन पहले जनता की इस नाराजगी को शांत करने में भाजपा विधायक को पसीने छूट गए।

वाराणसी : Before Nomination of PM Modiवाराणसी में तीसरी बार PM Modi के नामांकन से पहले ही जमीनी स्तर पर लोगों का भाजपा विधायक के प्रति गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। जनता भाजपा विधायक का जमकर विरोध करते हुए घेराव किया। जगन्नात कॉरीडोर के नाम पर लोगों को भूभाग और मकान को सार्वजनिक जमीन में अधिसूचित किए जाने पर विधायक की सुस्ती और अनदेखी को लेकर लोगों में नाराजगी थी। सामने पाकर जनता ने भाजपा विधायक को घेर लिया। अचानक जनता के विरोधी तेवर से जनसंपर्क पर निकले भाजपा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और उनके सहयोगी भी सकते में आ गए। PM Modi के नामांकन से ऐन पहले जनता की इस नाराजगी को शांत करने में भाजपा विधायक को पसीने छूट गए।

हालात संभालने को भाजपा के वाराणसी कैंट क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव को लोगों के सामने जमीन पर चबूतरे पर बैठना पड़ा। नाराज लोगों से घिरने पर भाजपा विधायक और उनके साथ चल रहे भाजपा के कार्यकर्ता भी बेबस दिखे।
भाजपा विधायक के सामने असि नगवा में नाराज लोग अपनी बात रखते हुए

जनता की नाराजगी सामने बेबस दिखे वाराणसी कैंट के भाजपा विधायक

हालात संभालने को भाजपा के वाराणसी कैंट क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव को लोगों के सामने जमीन पर चबूतरे पर बैठना पड़ा। नाराज लोगों से घिरने पर भाजपा विधायक और उनके साथ चल रहे भाजपा के कार्यकर्ता भी बेबस दिखे। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने स्थिति को संभालते हुए नाराज लोगों को शांत कराने के लिए लिखित आश्वासन देने की बात कही। उसके बाद माहौल कुछ सामान्य तो होने लगा लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। सभी यह कह रहे कि विधायक हैं, अभी लिखकर दे देंगे और बाद में इस आश्वासन से मुकर जाएंगे तो सरकारी फरमान से परेशान लोग ही मारे जाएंगे और विधायक नहीं आएंगे। उसके बाद विधायक ने वहीं चबूतरे पर बैठकर जनता को संबोधित आश्वासन लिखा कि ग्रीन बेल्ट और जगन्नाथ कॉरोडर में गलत तरीके से चिन्हित मकानों व भूभागों का सरकारी दस्तावेज व रिकार्ड में ब्योरा हर हाल में सही करवाएंगे। इसके बाद माहौल कुछ शांत हुआ।

विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने स्थिति को संभालते हुए नाराज लोगों को शांत कराने के लिए लिखित आश्वासन देने की बात कही।
नाराज लोगों को शांत कराते भाजपा विधायक

भाजपा विधायक से बोली जनता – जिसे जिताकर सत्ता दिलाई, वहीं अब उजाड़ने में जुटी

वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र के असि- नगवा क्षेत्र के लगभग 300 घरों के लोगों ने मंगलवार की सुबह भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव के जनसंपर्क अभियान के तहत मोहल्ले में आने पर जबरदस्त विरोध किया। इन मकानों को एसडीएम सदर द्वारा गलत तरीके से नाम काटकर उसे सार्वजनिक जमीन घोषित कर दिया गया है। यहां तक कि कुछ दिनों पूर्व कमिश्नर कौशल राज शर्मा व एसडीएम सदर सार्थक अग्रवाल ने क्षेत्र में आकर सर्वे भी किया था। तब से लोगों में गुस्सा है कि जगन्नाथ कॉरिडोर के नाम पर उन लोगों को उजाड़ने का काम किया जा रहा है। वे लोग 70- 80 साल से अपने मेहनत की कमाई से जमीन खरीद कर मकान बना कर रह रहे हैं और उन्हें उसी पार्टी की सरकार उजाड़ने का प्रयास कर रही हैं जिसे उन्होंने जिताकर सत्ता तक पहुंचाया था।

भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव तत्काल मोबाइल पर वहीं से कमिश्नर और एडीएम सिटी से बात भी की तब जाकर लोग शांत हुए।
नाराज लोगों को समझाते भाजपा विधायक।

लोगों का गुस्सा शांत कराने को भाजपा विधायक ने तुरंत अधिकारियों से मोबाइल पर की बात

असि क्षेत्र के नागरिक बीएचयू में वेद विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उपेंद्र कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार जय नारायण मिश्रा, मझीललका दीक्षित, राघवेंद्र पांडे, ननकू, कौशलेंद्र पांडे गोलू मिश्रा, गणेश नारायण तिवारी, नीरज, अभिषेक मिश्रा आदि ने कहा कि उनके पुर्वजों द्वारा जमीन खरीद के मकान बनवाया गया और आज उन लोगों को उजाड़ने को कोशिश हो रही है। क्षेत्र के ही समाजसेवी रामयश मिश्र ने कहा कि हम किसकी बात पर विश्वास करें, एक तरफ तो पब्लिक सर्वेंट कमिश्नर कौशल राज शर्मा हम लोग के मकान पर आकर कह रहे हैं कि आप लोग कोर्ट में जाइए और हम अपना काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ हमारे जनप्रतिनिधि विधायक सौरभ श्रीवास्तव केवल आश्वासन दे रहे हैं कि मकान नहीं टूटेगा। आखिर स्थानीय जनता किस पर विश्वास करें। लोगों के विरोध को देखते हुए विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने सादे पेपर पर लिखित आश्वासन दिया कि आप लोगों का मकान नहीं टूटेगा और जो भी योजना बना रही है उसे निरस्त कराया जाएगा। भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव तत्काल मोबाइल पर वहीं से कमिश्नर और एडीएम सिटी से बात भी की तब जाकर लोग शांत हुए।

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