भोजपुरी हटाने पर झरिया में बवाल, इधर बन्ना गुप्ता ने कहा-भोजपुरी बोले से मन मिजाज हरियर हो जाला

Jamshedpur- राज्य सरकार के द्वारा भोजपुरी मगही को स्थायीय भाषा की श्रेणी से हटाये जाने के बाद सत्तारुढ़ गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है.

घटक दलों के द्वारा ही इस पर सवाल उठाये जाने लगे हैं, राजद के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संजय यादव के बाद अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने संकेतों-संकेतों में मोर्चा खोल दिया है, गम्हरिया के लाल बिल्डिंग में एक कार्यक्रम को संबोधित सरकार के स्टैंड के विपरीत ठेठ भोजपुरी अंदाज में बन्ना गुप्ता ने कहा है कि “भोजपुरी बोले से मन मिजाज हरियर हो जाला” बन्ना गुप्ता यहीं नहीं रुके बात को आगे बढ़ाते हुए कहा “आपन आपन घरवा में दियारा सब केहू जलावे बनवा में दियारा जलावे ता जानी”, साफ है कि सरकार के अन्दर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा.

भोजपुरी भाषा भाषियों के बीच बन्ना गुप्ता के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में इसके मायने निकाले जाने लगे है. लेकिन इसके ठीक उलट भोजपुरी भाषा भाषियों में कांग्रेस के प्रति गुस्सा कम नहीं हो रहा, भोजपुरी भाषियों का आरोप है कि यह कांग्रेस ही है जिसके दवाब में भोजपुरी मगही को स्थानीय भाषा की श्रेणी से हटाया गया है.

झरिया में सड़क पर उतरे भोजपुरी समर्थक, मुख्यमंत्री का पुतला दहन   

इस बीच झरिया में मगही भोजपुरी मैथिली बचाओ मंच के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो,  मंत्री आलमगीर आलम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का पुतला दहन किया गया. इस मौके पर भोजपुरी समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. मंच के सदस्य जीतेंद्र पासवान ने कहा है कि हेमन्त सरकार ने धनबाद और बोकारो की जनता के साथ छल किया है.जिन मंत्रियों के द्वारा भोजपुरी मगही का विरोध किया और जिनके विरोध के कारण इन भाषाओं को स्थानीय भाषा की श्रेणी से हटाना पड़ा उन मंत्रियों और विधायकों का जोरदार विरोध किया जाएगा. हम यो हालत पैदा कर देंगे कि इन्हे घर से निकलना मंहगा हो जाएगा.

रिपोर्ट- अनिल मुंडा, लाला जबीं 

Share with family and friends:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *