New Delhi– भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) ने एनडीए खेमे से उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar)
की उम्मीवारी की घोषणा की है, इसके साथ ही उपराष्ट्रपति पद के लिए चल रहे विभिन्न नामों पर विराम लग गया .
आज ही जगदीप धनखड़ ने नई दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
कौन हैं जगदीप धनखड़
भाजपा ने जगदीप धनखड़ के नाम को आगे कर एक बार फिर से विशेषज्ञों को चौंका
गया. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ को भाजपा और एनडीए ने अपना
उम्मीदवार घोषित किया है.
जगदीप धनकड़ राजस्थान के रहने वाले हैं. उनका जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के
छोटे से गांव किठाना में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ से प्राप्त की.
बाद में उन्होंने फिजिक्स से स्नातक किया और इसके बाद वकालत की डिग्री भी हासिल की.
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील रह चुके जगदीप धनखड़ 30 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बनाए गए.
धनखड़ 1989 से 1991 तक जनता दल के टिकट पर राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.
चंद्रशेखर सरकार में वह मंत्री भी रहे. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली.
राजस्थान के ही किशनगढ़ से 1993 से 98 तक वह विधायक बने.
कांग्रेस से मोहभंग होने पर 2003 में जगदीप धनखड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गएं.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में चर्चित रहा उनका कार्यकाल
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल बहुत चर्चित रहा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और
उनके बीच कई अवसरो पर विभिन्न विषयों पर विवाद देखने को मिला.
लेकिन अभी कुछ दिन पहले दार्जिलिंग राजभवन में उनकी असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा और
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एक अनौपचारिक बैठक में वह शामिल हुए,
जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शॉल ओढ़ा कर जगदीप धनखड़ को सम्मान दिया था.
कानून और राजनीति के जानकार जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद पर चुनाव लगभग निश्चित है.
क्योंकि लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर भाजपा और एनडीए के पास बहुमत है.
उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य ही वोट करते हैं.
ऐसे में देखना है कि विपक्ष भी उनके खिलाफ उपराष्ट्रपति पद के लिए कोई उम्मीदवार देता है या नहीं?