Patna- विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग- 50 से अधिक दमकल और नौ घंटों के मशक्कत के बाद आखिरकार विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग पर काबू लिया गया. इस आग में ग्रामीण कार्य विभाग , पथ निर्माण, बिहार राज्य योजना पर्षद, भवन निर्माण विभाग, उद्योग विभाग सहित कई विभागों के कागजात जल कर हुए राख हो गये. बताया जा रहा है कि भवन में फायर सेफ्टी को कोई व्यवस्था नहीं थी. इस बीच डीजी अग्निशमन विभाग, शोभा अहोतकर ने आग बुझाने में देरी होने पर बिहार पुलिस को जबरदस्त फटकार लगायी है. शोभा अहोतकर ने कहा कि पुलिस की ओर से आग बुझाने में पर्याप्त सहयोग नहीं किया गया.
हर आग के बाद बनती है एक कमेटी, कभी नहीं आती उसकी रिपोर्ट
बता दें कि बिहार में सरकारी भवनों में आग लगने का इतिहास काफी पुराना है. हर आग के बाद जांच के लिए एक कमेटी बना कर मामले को इतिश्री करने कोशिश कर दी जाती है, यही कारण है कि इस कमेटी की रिपोर्ट कभी सामने नहीं आती. मामला शांत होते ही सब कुछ रफा-दफा कर दिया जाता है. सवाल यह है कि जब इन कार्यालयों में बार-बार आग लगती है, तब इस घटना से सबक क्यों नहीं लिया जाता. सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था क्यों नहीं की जाती. हर आग के बाद फिर से दूसरी आग का इंतजार क्यों किया जाता है.
2020 में घंटा घर के ग्रामीण विकास विभाग में आग लगी थी, तब ग्रामीण विकास विभाग के सभी कागजात जल कर राख हो गये थें. इसके पहले 2016 में विकास भवन में भी आग लगी थी. उस आग में स्वास्थ्य विभाग के सभी कागजात जल कर राख हो गये थें. लेकिन हर आग के बाद सरकार की ओर से सिर्फ जांच का आश्वासन मिलता है, और इसके लिए एक कमेटी बना दी जाती है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले की जांच करवाने की मांग करते हुए कहा है कि यह आग लगी या लगायी गयी
चोर मचाए शोर, भाजपा ने दिया था पूजा सिंघल को क्लीन चिट- हेमंत सोरेन
तेजस्वी नीतीश मुलाकात पर चिराग का तंज, कहा सीएम की कुर्सी बचाने के लिए बना रहे हैं रणनीति