घटना के 15 घंटे बीत जाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन ने नहीं ली सुध
सरिया (गिरिडीह) : सरिया के मंदरामों पश्चिम काला पत्थर विरोध टंडा में एक 40 वर्षीय
आदिम जनजाति बालेश्वर बिरहोर की मौत हो गई. इधर मौत के 15 घंटे बीत जाने के बाद भी
प्रशासन के अधिकारी बिरहोर टंडा नहीं पहुंचे थे.
जिससे समाज के लोगों के बीच प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश व गुस्सा दिखा.
अब तक चार बिरहोर की डूबने से चली गयी जान
मृतक बालेश्वर बिरहोर की मां कमली बिरहोर ने बताया इसके पूर्व भी मेरे पति इतवारी बिरहोर
एवं एक बिरहोर महिला की नदी में डूबने से मौत हो चुकी है.
बीते जनवरी माह में भी इसी टोले के दो युवकों की कुआं में डूबने से मौत की घटना हो चुकी है.
बिरहोर की मौत: अभी तक पीड़ित परिवार को नहीं मिला मुआवजा
इन चारों घटनाओं के बाद प्रशासन ने बिरहोर समुदाय को आश्वासन दिया था कि
सरकार के द्वारा प्रत्येक पीड़ित परिवार को मुआवजे की राशि दी जाएगी.
लेकिन विभाग की ओर से किसी प्रकार की सरकारी सहायता अब तक नहीं दिलवाई गई है.
इसलिए घटना के बाद जो भी अधिकारी पहुंचेंगे उनका विरोध किया जाएगा तथा
इस शव का पोस्टमार्टम करने नहीं दिया जाएगा.
मौके पर राजनीतिक दल के लोग भी पहुंचे तथा घटना पर दुख व्यक्त किया है.
एवं नदी पर अविलंब पुल का निर्माण करने की मांग की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं में रोक लगाया जा सके.
बिरहोर की मौत: नदी पर किया जाए पुल का निर्माण
जानकारी होने पर स्थानीय जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से बात की. मौके पर प्रतिनिधियों ने बताया कि बिरहोर परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए. बताया कि नदी पर पुल नहीं होने के कारण ऐसी घटनाएं होती रहती हे. ऐसे में अविलंब पहल करते हुए नदी पर पुल का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुरनावृत्ति न हो.
रिपोर्ट: चांद