पटना : भाजपा प्रदेश कार्यालय में संविधान दिवस को संविधान गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। इसके साथ ही भाजपा का संविधान गौरव महोत्सव की शुरुआत हो गयी। संविधान गौरव दिवस समारोह के मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल सहित प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर सभी उपस्थित लोगों ने संविधान की प्रति पर माथा टेका और उसपर विश्वास व्यक्त किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि आज संविधान दिवस के मौके पर संविधान के प्रति आस्था पर चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि आज राजनीतिक दलों को यह समझने की जरूरत है कि समाज को आज हम संविधान की बातों को समझा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने का काम किया। उन्होंने आपातकाल को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि देश में आपातकाल लगाया गया। इस दौरान सभी लोकतांत्रिक व्यवस्था का हनन किया गया। इससे बड़ा संविधान का देश में अपमान कभी नहीं हुआ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मत था कि हमारे समाज में गरीब तबके के लोग आगे बढ़ जाएंगे, तभी संविधान में लिखे शब्द को न्याय मिलेगा और संविधान पूरी तरह लागू हो जाएगा। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि आजादी के 70 साल के बाद भी आज हमें संविधान की चर्चा करनी पड़ रही हैं। अगर हम पहले ही संविधान में लिखी बातों को समझ पाते तो आज हम काफी आगे बढ़ जाते।
उन्होंने जोर देकर कहा कि हम इंसान बन जाए, अपने में इंसानियत ले आए तो यही संविधान के प्रति सच्ची आस्था होगी। इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संविधान में सामाजिक, आर्थिक, अभिव्यक्ति और उपासना की स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने कहा कि इतिहास में कई ऐसी बातें हैं जो आज लोगों को अजीब लगती है, लेकिन भाजपा इतिहास का सच सामने ला रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा इतिहास के गणमान्य लोगों को सम्मान भी देती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद सभी विधायकों को संविधान की प्रति भेंट की थी। उन्होंने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि आज जो संविधान बचाने की बात करते हैं वे भ्रष्टाचारी हैं, उनकी संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं है।
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इधर, बिहार के मंत्री जनक राम ने कहा कि आज हम सभी संविधान दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए है। किसी सरकार ने संविधान को इतना सम्मान देने का काम नही किया था, लेकिन जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब 2015 से 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने इसी संविधान के जरिए गरीबी मिटाने का तंत्र और मंत्र दिया। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि लोकसभा और विधानसभा में एससी, एसटी के लिए आरक्षण है लेकिन राज्यसभा और विधान परिषद में आरक्षण नहीं है, इसके बावजूद भाजपा नट, मुसहर या किसी भी पिछड़ी जाति, समाज से आने वाले लोगों को यहां भेजती है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की सोच को लागू करने का काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज वे कहीं भी पॉकेट से संविधान की प्रति निकाल कर लोगों को दिखाते है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान की प्रति को सिर से लगाते है, जिसे पूरी दुनिया देखती हैं। भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने इस कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। इस कार्यक्रम का संचालन प्रेम रंजन पटेल ने किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित नेतागण ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस कार्यक्रम में बिहार एवं झारखंड के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया, पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान, विधायक लखिन्द्र पासवान, संजय मयूख, गुरु प्रकाश, निवेदिता सिंह एवं पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।
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