रांची: कोल्हान में एनडीए को लेकर आकलन किया जा रहा है कि भाजपा और उसके गठबंधन को इस बार 5 से 6 सीटों तक मिल सकती हैं, और अधिकतम 7 से 8 सीटें भी आ सकती हैं। यह अनुमान चुनावों के बाद के विश्लेषण पर आधारित है, जो भाजपा की उम्मीदों और संभावनाओं को देखते हुए व्यक्त किया जा रहा है। 2019 के चुनाव में भाजपा को यहां से कोई सीट नहीं मिली थी, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस ने सभी 14 सीटें जीतकर कोल्हान को अपना गढ़ बना लिया था। लेकिन इस बार तस्वीर बदलने की संभावना है।
तो क्या इस बार भाजपा कोल्हान में बेहतर प्रदर्शन कर सकेगी, और क्या ये सीटें सरकार बनाने के लिए पर्याप्त होंगी? आइए जानते हैं, कोल्हान की उन सीटों के बारे में जहां भाजपा जीत की तरफ बढ़ रही है और वो सीटें जहां कड़ा मुकाबला है।
भाजपा की जीत के लिए तय सीटें
- सरायकेला: यहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपा सुरेन का मुकाबला झामुमो के गणेश महली से है। चंपा सुरेन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। उनका क्षेत्र में अच्छा जनाधार है और समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।
- जगन्नाथपुर: इस सीट पर गीता कोड़ा की जीत भी लगभग तय है। पिछली बार यहां चतुष्कोण मुकाबला था, लेकिन अब पाला बदलने के बाद गीता कोड़ा के पास जीत की प्रबल संभावना है।
- इकड़: यहां भी एनडीए के साथ होने का फायदा भाजपा को मिल सकता है। हालांकि मुकाबला कड़ा है, लेकिन जीत की संभावना भाजपा के पक्ष में है।
कड़ा मुकाबला होने वाली सीटें
- पोटका: अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पहली बार चुनाव मैदान में हैं। यहां के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उनकी जीत की संभावना ज्यादा है।
- घाटशिला: यहां बाबूलाल सुरेन की जीत की संभावना बताई जा रही है, लेकिन मुकाबला काफी कड़ा है।
- चक्रधरपुर: यहां एंटी-इन्कम्बेंसी के चलते भाजपा की स्थिति मजबूत हो सकती है, लेकिन मुकाबला भी तगड़ा है।
भाजपा के लिए संभावित वृद्धि
- जमशेदपुर (पूर्वी और पश्चिमी): इनमें से एक सीट भाजपा के खाते में जा सकती है। पूर्वी सीट पर भाजपा को थोड़ी अधिक बढ़त दिखाई दे रही है।
- जुगसलाई और ईचागढ़: इनमें से एक सीट एनडीए के खाते में जा सकती है। इन सीटों पर भी मुकाबला कड़ा है।
हमारे आकलन के अनुसार, एनडीए को कोल्हान से कम से कम 5 से 6 सीटें मिल सकती हैं, और अधिकतम 7 से 8 सीटों तक की संभावना है। वहीं, इंडिया गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिलने का अनुमान है।
इस चुनाव में एनडीए के लिए कोल्हान में अच्छा गेन होता हुआ दिख रहा है, और यदि अन्य प्रमंडल में भी भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहता है, तो राज्य में सरकार की तस्वीर बदल सकती है। हालांकि, अंतिम परिणाम 23 तारीख को ही सामने आएंगे, और यह चुनावी आंकड़े केवल अनुमानित हैं।