Ranchi– अपने पिता के नक्शेकदम के पर चलते हुए ब्लाइंड क्रिकेटर सुजीत मुंडा का पुत्र भी क्रिकेट की दुनिया में अपना कदम बढ़ाने को आतूर है, उसकी बस एक ही ख्वाहिश है कि वह अनपे पिता की तरह ही देश का प्रतिनिधित्व कर सके. लेकिन इसे सुजीत मुंडा के बेटे की दुर्भाग्य कहें या हमारी सामाजिक आर्थिक व्यवस्था की विद्रुपता की उसे अभाग्ये के पास अपना एक वैट भी नहीं है, जिससे की वह अपने सपने को उड़ान दे सके. बात सिर्फ बेटे की नहीं है, बल्कि बेटी में भी देश के लिए कुछ करने का जज्बा है. उसका सेना में भर्ती हो कर देश की सेवा करने की है.
सेना में शामिल होने का सपना संजोती है ब्लाइंड क्रिकेटर सुजीत मुंडा की बेटी
कहा जा सकता है कि सुजीत मुंडा के पूरे परिवार में देश और समाज के लिए कुछ करने की तड़प है, इस पुस्तैनी गरीबी से बाहर निकलने का जज्बा, दरकार सिर्फ के मौके की है, जहां से वह अपने सफर की शुरुआत कर सके. अपने सपने को उड़ान दे सके. जब यह परिवार एक वैट खरीदने की जद्दोजहद से बाहर निकल सके.
वृद्धावस्था पेंशन की राह देखता वृद्ध पिता
सुजीत मुंडा के पिता की उम्र करीबन 70 पार कर गयी है,
लेकिन अब तक उन्हे वृद्धा पेंशन नहीं मिला, शारीरिक रुप से चलने फिरने में असर्मथ हैं,
उनकी कोशिश किसी प्रकार एक छत की जुगाड़ करने की है.
फिलहाल पूरा परिवार एचईसी की जमीन पर रहते हैं,
लेकिन यह आवास एचईसी कभी भी खाली करवा सकता है.
सीएम हेमंत से मिलकर गदगद हुए सुजीत मुंडा, घर और जमीन भी देगी सरकार
बेटी ने दी पिता को मुखाग्नि, सड़क दुर्घटना में गयी थी पिता की जान
वायकॉम-18 ने खरीदा क्रिकेट साउथ अफ्रीका के टीवी ब्रॉडकास्टिंग राइट्स
………