डिजीटल डेस्क : Breaking – सीबीआई के और 6 अधिकारी पहुंचे Kolkata RG Kar के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप के घर, गहन पूछताछ जारी। बेलियाघाटा स्थित Kolkata के RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के आवास पर सीबीआई की एक और छह सदस्यीय टीम रविवार दोपहर करीब 12.30 बजे पहुंची है।
सुबह 6.45 पहले एक महिला अधिकारी की अगुवाई वाली 7 सदस्यीय सीबीआई टीम इसी आवास पर पहुंची थी तो डॉ. संदीप घोष ने 75 मिनटों तक दरवाजा नहीं खोला था। बाद में बेलियाघाटा थाना से सीबीआई ने संपर्क साधा तो उसके बाद कोलकाता पुलिस अधिकारियों के कहने पर डॉ. संदीप गेट तक आए जरूर सीबीआई टीम को बाहर ही रोके रखा।
उसके बाद डॉ. संदीप गेट को भीतर से बंद कर मकान के अंदर चले गए और कुछ देर बाद आकर सीबीआई को अपने मकान में जांच के लिए दाखिल होने दिया और तब तक सुबह के 8.06 मिनट हो चुके थे।
दोपहर तक जारी पूछताछ और पड़ताल के क्रम में सीबीआई अधिकारियों ने अपनी एक और टीम को मौके पर बुला दिया और अब गहनता से डॉ. संदीप से पूछताछ जारी है।
डॉ. संदीप के विश्वस्त देवाशीष सोम का घर खंगाल रही सीबीआई
सीबीआई की टीम RG Kar अस्पताल में भ्रष्टाचार के दर्ज अपने एफआईआर के मामले में पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के सबसे भरोसेमंद अधिकारी देवाशीष सोम को भी शिकंजे में लिया है। वह अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में काफी लंबे समय से बने हुए हैं और इस समय डिमांस्ट्रेटर पद पर तैनात हैं।
यही नहीं, वह RG Kar मेडिकल कॉलेज के कौंसिल के भी सदस्य हैं और कॉलेज के ही नेशनल मेडिकल कमीशन के भी सदस्य हैं। अस्पताल परिसर में देवाशीष सोम के हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह डॉ. संदीप के कार्यकाल में कभी अपने निर्धारित और नेमप्लेट वाले दफ्तर में नहीं बैठते थे।
वह डॉ. संदीप घोष के कक्ष के बराबर में खाली कमरे में ही बैठकर अपना सारा कामकाज वहीं से निपटाते रहने के लिए अस्पताल प्रशासन में मशहूर रहे हैं।
अस्पताल परिसर में वह सबसे चतुर अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं और इसी कारण उनके खिलाफ जारी जांच को लेकर परिसर में कहा जा रहा है कि वह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त भले ना मिलें लेकिन भ्रष्टाचार के मास्टमाइंड तो वही मिलेंगे।
डॉ. संदीप के राजदार विल्पव का घर तलाशने में भटकी सीबीआई टीम
RG Kar के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के भ्रष्टाचारी सिंडिकेट के किंगपिन बताए जा रहे विप्लव सिंह के घर की तलाश में सीबीआई की टीम को कोलकाता के पश्चिम स्थित हावड़ा इलाके में करीब एक घंटे से भी कुछ ज्यादा समय तक भटकना पड़ा।
दरअसल सीबीआई टीम मां तारा ट्रेडर्स के मालिक विपल्व सिंह की तलाश मे पहुंची थी जो कि RG Kar अस्पताल में मेडिकल सामग्रियों के सप्लायर हैं लेकिन सीबीआई टीम पहुंच गई मां तारा बिल्डर के मालिक मदन घाड़ूई के घर।
वहां करीब घंटे पर की आरंभिक जांच में मेडिकल सामग्री की सप्लाई संबंधी कोई क्लू न मिलने पर सीबीआई अधिकारियों को अपनी गलती का अहसास हुआ। उसके बाद सीबीआई टीम विप्लव सिंह के घर पहुंची। बता दें कि अतीत में ईडी भी जब विप्लव सिंह के यहां छापा मारने पहुंची तो गफलत में मदन घाड़ूई के घर पहुंच गई थी।