जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
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डिजीटल डेस्क : Breaking – सीएम ममता पर दिग्गज अभिनेत्री ममता शंकर ने दागा सवाल- घटना के बाद एक बार वह आरजी कर अस्पताल क्यों नहीं गईं ? देश और दुनिया में कोलकाता निर्भया कांड के नाम पर सुर्खियों में छाए आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में छात्रा के रेप और मर्डर की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ ही राज्य की सत्तारूढ़ सरकार लगातार सवालों के घेरे में है।
घटना को लेकर लगातार उद्वेलित आमजन के साथ ही अब विशिष्टजन भी सुर मिलाने लगे हैं। मशहूर अभिनेत्री ममता शंकर ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पूरे मामले में तीखी आलोचना की है।
कोलकाता से प्रकाशित एक बांग्ला दैनिक के लिए लिखे लेख में ममता शंकर ने मुख्यमंत्री से सवाल दागा है – ‘देखते ही देखते घटना को 10 दिन हो गए। इस मामले में राज्य सरकार ने क्या किया ? जवाब ढूंढ़ने पर भी नहीं मिल रहा’।
अभिनेत्री ने सीएम ममता की भूमिका पर उठाए गंभीर सवाल
इसी क्रम में ममता शंकर ने आगे लिखा है – ‘एक नारी रूपी छात्रा के साथ इतनी बड़ी नारकीय घटना घट गई और राज्य की मुख्यमंत्री महिला हैं लेकिन उस पर इसका जवाब न मिल पाना चौंकाता है। घटना के बाद से एक बार भी मुख्यमंत्री आरजी कर अस्पताल क्यों नहीं गईं ? लोगों की हर विपत्ति में कूद पड़ने वाली ममता बनर्जी कहां गईं? पुरानी ममता बनर्जी क्या खो गईं?’

ममता शंकर की दो टूक- छात्रा की हत्या को आत्महत्या बताने वाले को नई पोस्टिंग क्यों दी ?
अपने इस लेख में दिग्गज अभिनेत्री ममता शंकर अपने अंदर पूरे घटना को लेकर उपजे आक्रोश को नहीं रोक पाईं। उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर सरकार और अस्पताल प्रशासन की कारस्तानी पर खुलकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
ममता शंकर ने लिखा है – ‘पूरे मामले में कई गंभीर खामियां नजर आ रही हैं जो आमजन के मन में सवाल पैदा करते हैं। आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल खुद चिकित्सक हैं और उन्होंने ही मृतका के माता-पिता को घटना के संबंध में फोनकर हत्या को आत्महत्या क्यों बताया ? उसके बाद हड़बड़ी में जैसे-तैसे एक को आरोपी बना दिया गया। इतनी हड़बड़ी के लिए किसने राय दी?
जिस अस्पताल में छात्रा के साथ घटना घटी, उसी अस्पताल में उसकी लाश का पोस्टमार्टम क्यों करवाया गया ? अस्पताल के जिस कमरे में छात्रा को मार डाला गया, उसी कमरे और उससे सटे कमरों में घटना के बाद मरम्मत का काम क्यों शुरू कराया गया ? वह कमरा तो जांच के लिए सील कर देना नहीं चाहिए था ? घटना के बाद दबाव पड़ने पर इस्तीफा देने वाले प्रिंसिपल को कोलकाता के दूसरे मेडिकल कॉलेज में तैनाती क्यों दी गई ?’
ममता शंकर का सवाल- उत्पातियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले क्यों नहीं छोड़े ?
इसके बाद ममता शंकर ने बीते 14 अगस्त बुधवार की आधी रात को आरजी कर वाली घटना को लेकर छात्रा रिमझिम के आह्वान पर कोलकाता की सड़कों में प्रतिवाद को उतरीं महिलाओं के आंदोलन का जिक्र करती हैं।
इसी लेख में दिग्गज अभिनेत्री ममता शंकर ने लिखा है – ‘14 अगस्त की आधी रात को आरजी कर की घटना के प्रतिवाद में अन्य महिलाओं के साथ मैं भी कोलकाता के गरियाहाट में हुए प्रतिवाद कार्यक्रम में पहुंची थी। तभी अचानक सुनने को मिला कि आरजी कर अस्पताल में कुछ उत्पाती तोड़फोड़ कर रहे हैं और तांडव मचा रहे हैं जबकि पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बनी रही।
उत्पातियों पर आंसू गैस के गोले क्यों नहीं छोड़े गए ? क्यों उन उत्पातियों पर रबर की गोलियां दागी गईं ? बीते बुधवार की रात जो पुलिस उत्पातियों के सामने निष्क्रीय दिखी, वही पुलिस बीते रविवार को साल्टलेक स्टेडियम की ओर प्रतिवाद जूलूस में भाग लेने जा रहे निहत्थे लोगों पर काफी एक्टिव दिखी और जमकर लाठीचार्ज किया तो क्यों ?
चिकित्सक भी लगातार कार्य बहिष्कार कर रहे हैं और ऐसे में अब प्रशासन से जुड़े लोग भी आंदोलित हो तो गए राज्य सरकार के सिस्टम का क्या होगा?’
ममता शंकर के ममता बनर्जी से चुभते सवाल…
दिग्गज सिने स्टॉर मिथुन चक्रवर्ती के अभिनय का सफर मशहूर निर्माता निर्देशक स्व. मृणाल सेन की जिस मृगया फिल्म से हुई थी, उसमें मिथुन के साथ ममता शंकर हीरोइन की भूमिका में रही थीं। उन्हीं ममता शंकर ने मौजूदा आरजी कर वाली घटना पर सीएम ममता बनर्जी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
अपने लेख में ममता शंकर लिखती हैं – ‘इस मामले में राज्य सरकार का हर कदम उल्टा पड़ रहा है, क्यों? सीएम ममता बनर्जी को कुछ समझ में आ भी रहा है ? अगर सीएम के ममता के समझ में बात आती तो वह नहीं कहतीं कि – उनके लिए जो करना होगा, करेंगे, जितना रुपया लगेगा दे देंगे। इसी पर मेरा सीएम ममता से सवाल है कि रुपये से क्या अपमान, असम्मान और मृत्यु को खरीदा जा सकता है ?’

ममता शंकर ने महिला सांसदों, विधायको को भी धिक्कारा
इसी क्रम में ममता शंकर आगे लिखती हैं – ‘बात यहीं खत्म नहीं होती। उसके बाद सीएम ममता खुद प्रतिवाद जुलूस लेकर निकलीं लोगों का ध्यान भटकाने को और नारकीय घटना को सियासी रंग देने को।
अगर सीएम के जुलूस के पीछे वजहें यह नहीं थीं तो उनका जुलूस किसके खिलाफ था? निर्लज्जता की हद देखिए कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन व पुलिस सभी तो मुख्यमंत्री के पास ही हैं और उसके बाद भी पूरे मामले में वह खुद को निरीह दर्शाते नहीं अघाईं।
उस पर तुर्रा यह कि साथ में महिला विधायक सांसद भी खड़ीं रही चुपचाप। सवाल तो उन महिला विधायकों और सासंदों से भी है कि क्या इस ड्रामे पर उन्हें जरा भी शर्म नहीं आई ?’
ममता शंकर ने मेडिकल छात्रा के दोषी के लिए मांगी ऐसी सजा…
अभिनेत्री ममता शंकर ने आगे लिखा है – ‘पूरे परिदृश्य को देखकर मेरा मन बरबस ही फिर ममता बनर्जी से पूछना चाहता है कि आखिर मुख्यमंत्री किसके दिमाग से चल रही हैं ? उनकी छाया बनकर सियासी कार्यक्रमों में साथ रहने वाले भतीजे अभिषेक बनर्जी आजकल कहां हैं ? आखिर में बस इतना ही कहना चाहूंगी कि दोषी को फांसी की सजा की मांग की जा रही है लेकिन मेरे विचार में उसे वैसी ही मौत की सजा मिले जैसी और जिस पीड़ा को झेलकर मेडिकल छात्रा का दम टूटा’।