लंदन : भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ऋषि सुनक पीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं.
एलिमिनिशेन राउंड की वोटिंग में ऋषि सुनक को 88 यानी 25 प्रतिशत वोट मिले हैं,
इसी के साथ वे टॉप पर हैं. इस रेस में कामयाब होने पर
वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाएंगे. बता दें कि ऋषि सुनक
इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति के दामाद हैं.
42 साल के सुनक को फरवरी 2020 में बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया था.
इसके बाद वह खासे चर्चा में आ गये थे.
इससे पहले इस साल जनवरी में ब्रिटेन के एक प्रमुख सट्टेबाज ने भी ये
भविष्यवाणी की थी कि बोरिस जॉनसन जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं
और उनकी जगह ऋषि सुनक नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
साउथम्पैटन में जन्म हुआ ऋषि सुनक
12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में ऋषि का जन्म हुआ.
उनके पिता डॉक्टर जबकि मां दवाखाना चलाती थीं.
ऋषि तीन भाई बहनों में सबसे बड़े हैं. ऋषि सुनक के माता-पिता भारतीय मूल के थे.
उनके पिता यशवीर का जन्म और लालन पोषण केन्या में हुआ था जबकि उनकी मां उषा का जन्म तंजानिया में हुआ था. ऋषि के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था. वे बाद में 1960 के दशक में अपने बच्चों के साथ ब्रिटेन में आकर बस गए थे.
विंचेस्टर कॉलेज से की राजनीति विज्ञान की पढ़ाई
ब्रिटेन में जन्मे ऋषि ने विंचेस्टर कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की. इसके बाद उनका दाखिला ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ, जहां उन्होंने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की. वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में फुलब्राइट स्कॉलर थे, जहां से उन्होंने एमबीए किया था. ऋषि सुनक ने ग्रैजुएशन के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया था और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए थे. राजनीति में प्रवेश करने से उन्होंने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की थी. यह कंपनी ब्रिटेन के छोटे कारोबारों में निवेश में मददगार थी.
नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई शादी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए के दौरान ही उनकी मुलाकात इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई, जिनसे बाद में उन्होंने शादी कर ली. उनकी दो बेटी कृष्णा और अनुष्का हैं.
राजनीति का सफर कैसे शरू हुआ
यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद ऋषि सुनक 2015 में पहली बार संसद पहुंचे थे. उस समय ब्रेग्जिट का समर्थन करने के चलते पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ता चला गया. ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कैबिनेट में ऋषि ने जूनियर मिनिस्टर के तौर पर काम किया. उन्हें हमेशा से कंजरवेटिव पार्टी के एक उभरते सितारे के रूप में देखा गया. पार्टी के कई बड़े नेता गाहे-बगाहे उनकी प्रशंसा भी करते रहे हैं.
क्रिकेट, फुटबॉल और फिल्में देखने का शौक
ऋषि सुनक फिटनेस को लेकर जुनूनी हैं. उन्हें क्रिकेट, फुटबॉल के अलावा फिल्में देखने का भी शौक हैं. उनके आकर्षक व्यक्तित्व को देखकर उन्हें डिशी ऋषि के निक नेम से भी बुलाया जाता है.
कोरोना काल में ब्रिटेन को आर्थिक तंगी से उबारा
बोरिस जॉनसन सरकार में ऋषि सुनक ज्यादातर प्रेस ब्रीफिंग में सरकार के चेहरे के तौर पर नजर आते थे. उन्होंने कोरोना काल के दौरान ब्रिटेन को आर्थिक तंगी से उबारने में एडी चोटी का जोर लगा दिया था. कोरोना के दौर में उनकी नीतियों ने ब्रिटेन में लोगों की मजदूरी नहीं घटने दी, जिसके चलते उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ.