रायपुर : Chhattisgarh – पुलिस ने किया खुलासा – मलकानगिरी के पहाड़ो में छिप रहे नक्सली। छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में चल रहे लगातार नक्सली अभियान से घबराए नक्सली इन दिनों ओड़िसा के पहाड़ों से लेकर जंगल में पनाह ले रहे हैं। वहीं मलकानगिरी पुलिस भी इन दिनों नक्सलियों के टॉप लीडरों के ऊपर नजर बनाए हुए हैं। मलकानगिरी पुलिस ने ओड़िसा के रिजर्व फारेस्ट एरिया में चट्टानों के बीच छिपाकर रखे हथियारों के साथ ही विस्फोटक सामग्री को जब्त करते हुए इस तथ्य का खुलासा किया है।
पहाड़ी चट्टानों के बीच नक्सलियों ने छिपाए थे अपने सामान, पुलिस सर्च तेज
बताया जा रहा है कि मलकानगिरी पुलिस ने ओडिशा के रिजर्व फारेस्ट एरिया में नक्सली डंप को जब्त करने में सफलता हासिल किया है। नक्सलियों ने इन सामानों को चट्टानों के बीच छिपाकर रखा हुआ था। पुलिस ने चट्टानों के बीच हथियार और विस्फोटक के साथ ही 11 तरह के सामानों की बरामदी की है। जवानों ने 5, 3 और 2 किलो के एलपीजी सिलेंडर भी जब्त किया है। पुलिस ने इन सभी सामानों को बिजंगवाड़ा रिजर्व फारेस्ट एरिया में सामान को छुपा कर रखे हुए थे। बस्तर में होने वाले अभियान से डर के पनाह पाने के लिए यहां अक्सर छुपने के लिए आते हैं। मलकानगिरी में पुलिस के एक्शन के बाद नक्सली में डर देखने को मिल रहा है।
तीन नक्सलियों ने बस्तर में आईजी के समक्ष किया सरेंडर
बस्तर में लगातार पुलिस के द्वारा अंदुरुनी इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के चलते साउथ बस्तर डिविजन के तीन नक्सलियों ने मलकानगिरी में एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इस समर्पण से बस्तर के साउथ बस्तर डिवीजन को झटका भी लगा है। बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी के नेतृत्व में इस दिनों बस्तर में तैनात अलग -अलग पुलिस विभाग के टीम के द्वारा लगातार टॉप नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे है। इसका नतीजा यह निकला कि करीब 141 के लगभग नक्सलियों को मार गिराने में सफलता हासिल की। इसके बाद साउथ बस्तर डिवीजन के देवा माड़वी, अदम मड़कामी और मुका सोड़ी के द्वारा गुरुवार को मलकानगिरी एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। यह भी बताया गया है कि जिन नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है। वे सभी जनवरी 2024 के बाद से लगातार समर्पण का विचार कर रहे थे।
सुकमा में जब्त हुए थे बड़ी मात्रा में नक्सलियों के सामान
हाल ही में सुकमा के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक बार फिर से मुठभेड़ हुई जिसमें जवानों को मौके से तीन हथियार हैंडग्रेनेड समेत बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री मिली। सुकमा के जंगलों में सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों के द्वारा उस इलाके में संयुक्त अभियान चलाया गया। इस दौरान जवानों को आता देख नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगलों की आड़ लेकर फरार हो गए, इसके बाद इलाके में जवानों के द्वारा सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान जवानों ने मौके से तीन हथियार और विस्फोटक समेत अन्य नक्सली सामग्री बरामद किया।
बस्तर में पांच महीने से नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी
मामले की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का निखिल राखेचा ने बताया कि भेज्जि थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई इस मुठभेड़ में सभी जवान सुरक्षित हैं। बता दें कि बस्तर में पिछले 5 महीने में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। जहां सरकार इंटेलिजेंस को मजबूत कर केंद्रीय और राज्य की पुलिस फोर्स के माध्यम से बड़े अभियान चल रही है जिसमें अब तक 120 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं। बस्तर में सबसे ज्यादा नुकसान नक्सलियों को नारायणपुर और कांकेर जिले में हुआ है। वहीं समय-समय पर सुकमा जिले में भी नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलती रहती है जिसके आधार पर यहां भी ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। हालांकि अब तक सुकमा जिले में बड़ी कामयाबी नहीं मिली है लेकिन नक्सली घटनाओं में भी इजाफा देखने को नहीं मिला।