
ईडी ने रायपुर के चर्चित शराब कारोबारी अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर लिया है. झारखंड में मौजूदा शराब नीति को लेकर ईडी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव विनय चौबे और उत्पाद आयुक्त कर्ण सत्यार्थी से पूछताछ की थी.
छत्तीसगढ़ में अनवर ढेबर की गिरफ्तारी से झारखंड की शराब नीति पर एकबार फिर से विवाद बड़ने की संभावना है. इस बार मे सूत्रों का कहना है कि शराब नीति को लेकर राजस्व पर्षद सदस्य और सीनियर आईएएस एपी सिंह ने भी सवाल उठाया था.
विवाद के बार राज्य सरकार के द्वारा से इस नीति को कैबिनेट से पास करा लिया गया. इस सबके बाद भी मौजूदा नीति से सरकार को बड़े राजस्व का घाटा हुआ है. बीत एक साल पहले छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) को ही झारखंड में नयी उत्पाद नीति लागू करने के लिए सलाहकार नियुक्त किया गया था. सीएसएमसीएल की अनुशंसा पर मई 2022 में नयी उत्पाद नीति लागू की गयी थी.
इसके बाद छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट से जुड़े कई लोग और कंपनियां भी झारखंड आ गयीं. इसमें सिद्धार्थ सिंघानियां के सुमित फैसिलिटिज प्राइवेट लिमिटेड का भी नाम शामिल है. सुमित फैसिलिटिज फिलहाल राज्य के 10 जोन में से चार से अधिक जोन में खुदरा शराब की दुकानों पर प्लेसमेंट एजेंसी के रूप में काम दिया गया था. एजेंसियों के द्वारा ही राज्य में खुदरा शराब दुकानों के जरिये विदेशी ब्रांड के शराब उपलब्ध कराये जा रहे थे.