रांची:झारखंड में मंत्रालय का कामकाज अब रफ्तार पकड़ने जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पूरे परिवार के साथ रांची लौट आए हैं और मंगलवार से मंत्रालय में बैठकर काम संभालेंगे। पिता और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन (दिशोम गुरु) के निधन के बाद वे 5 अगस्त से 18 अगस्त तक नेमरा गांव में प्रवास पर थे, जहां उन्होंने श्राद्ध कर्म और अस्थि विसर्जन जैसे सभी पारिवारिक क्रियाकर्म पूरे किए। इस अवधि में उन्होंने अस्थायी कार्यालय से कुछ जरूरी काम निपटाए, लेकिन मंत्रालय की गतिविधियां ठप सी पड़ी थीं।
इस महीने अब तक एक भी कैबिनेट बैठक नहीं हो पाई है। वहीं 22 अगस्त से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। ऐसे में मुख्यमंत्री की वापसी को लेकर प्रशासनिक हलकों में उम्मीद जताई जा रही है कि अब रुके हुए फैसलों और योजनाओं को गति मिलेगी। खासकर शिक्षा विभाग, जिसका जिम्मा हाल ही में मुख्यमंत्री ने खुद संभाला है, उसमें तेजी से काम होने की संभावना है। शिक्षक नियुक्ति से जुड़े लंबित मामले और विभागीय योजनाओं को अब प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द ही जमशेदपुर भी जाएंगे, जहां वे दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देंगे और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस यात्रा के बाद शिक्षा विभाग में ठोस फैसले सामने आ सकते हैं।
राजनीतिक नजरिए से भी आने वाले दिन अहम होंगे। शिबू सोरेन और रामदास सोरेन के निधन से खाली हुई राज्यसभा और विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। विपक्ष अब तक संयमित रहा, लेकिन मुख्यमंत्री की वापसी के बाद उसकी ओर से सरकार पर दबाव बढ़ने की संभावना है।
लंबे समय तक पुत्र धर्म निभाने के बाद अब मुख्यमंत्री पूरी तरह से राजधर्म पर लौटने वाले हैं। मंत्रालय में उनकी सक्रियता से विकास योजनाओं, कानून-व्यवस्था और बजट सत्र की तैयारियों को नई गति मिलने की उम्मीद है।