पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी रविवार को लोहिया पथ चक्र का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीएम नीतीश के साथ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत मौजूद रहे। लोहिया पथ चक्र पर आधारित मैप के माध्यम से मुख्यमंत्री को पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने लोहिया पथ चक्र से जुड़े पथों की उपयोगिता, सर्विस रोड की स्थिति और गाड़ियों के आवागमन आदि के संबंध में पूरी जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाकर निर्धारित समय सीमा के अंदर बेहतर ढंग से कार्य पूर्ण कराएं। निर्माण कार्य बेहतर ढंग से हो, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। लोहिया पथ चक्र का निरीक्षण करने के क्रम में मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि से वीडियो कॉल पर बातचीत कर उन्हें इस पथ चक्र के उत्तर-पूरब छोर पर बने पुराने सरकारी भवनों को तोड़ने का निर्देश दिया ताकि सड़क की चैड़ाई बढ़ाई जा सके।
उन्होंने कहा कि ये सरकारी भवन 80 वर्ष पुराने हैं इनकी जगह यहां नए मल्टीस्टोरीज बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव तैयार करें एवं नए भवन बनाने हेतु अबिलंब निर्णय लेकर निर्माण कार्य की दिशा में भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पूरे तौर पर लोहिया पथ चक्र के शुरू हो जाने से इससे जुड़े पथों पर वाहनों का परिचालन और अधिक सुचारू हो जाएगा। इसके बन जाने से स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत होगी साथ ही राजधानीवासियों को भी जाम से निजात मिलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारीगण एवं अभियंतागण उपस्थित थे।
निरीक्षण के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोहिया पथ चक्र को इस साल दशहरा के पहले कंप्लीट करना है। आज उसी को देखने हम यहां आए हैं। यहां पुराने बिल्डिंग को हटाकर नया बिल्डिंग बनाया जाएगा और इसकी उंचाई भी थोड़ा बढ़ाया जाएगा। इससे आने-जाने का जो रास्ता है वो और अधिक चैड़ा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उससे हमको कोई मतलब नहीं रहता है। हमको सिर्फ काम करना है। काम से ही मतलब रखते हैं। दिन कोई मायने नहीं रखता है। लोहिया पथ बनवाने का कांसेप्ट मेरा ही था। एक हिस्सा बन गया है और दूसरा बन रहा है। इसके बन जाने से रास्ता बहुत ही सुगम हो जाएगा। यहां 80 साल पहले के बने हुए बिल्डिंग हैं जो बहुत पुराने हैं। इसे हमलोग नया बनवाएंगे।
मुंबई में होने वाले इंडिया गठबंधन की बैठक पर विपक्ष द्वारा सवाल खड़े किये जाने से संबंधित पूछे गये पत्रकारों के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको व्यक्तिगत कुछ नहीं चाहिए। हम सबको बस एकजुट करना चाहते हैं। हम शुरु से ही यह बात बोल रहे हैं। विपक्ष क्या बोलता है, उसका कोई मतलब नहीं है। हम मुंबई तो जा रहे हैं। वहां कुछ और पार्टियां भी एक साथ आ रही हैं। वहां हम सब पुनः एक साथ मिल बैठकर निर्णय लेंगे। हम चाह रहे हैं कि यह जल्दी तय हो जाए कि कौन-कौन, कहां-कहां से लड़ेगा। भाजपा के लोग जान रहे हैं कि हम इतने लोगों को एकजुट कर रहे हैं तो उनको नुकसान होने वाला है। इसलिए भाजपा के लोग अनाप शनाप बोलते रहते हैं। भाजपा के लोग क्या बोलते हैं, हम ध्यान नहीं देते।
चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट