पटना : इंडिया गठबंधन की आज वर्चुअल मीटिंग हुई। जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, एनसीपी (शरद पवार गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और मार्क्सवादी नेता सीताराम येचुरी सहित 14 पार्टी के नेता शामिल हुए। वहीं पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवसेना उद्धव गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए।
वहीं आज के बैठक में संयोजक और सीट शेयरिंग जैसी मुद्दों पर बातचीत हुई। करीब दो दिनों से मीडिया में यह खबर चल रही थी कि नीतीश कुमार संयोजक बन सकते हैं। गठबंधन की बैठक में उन्हें संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया गया था लेकिन नीतीश ने इसको पूरी तरह से खारिज कर दिया। नीतीश ने साफ तौर पर कहा कि मुझे किसी पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। सीटों पर समझौता सबसे बड़ी चुनौती है। नीतीश ने कहा कि कांग्रेस से ही कोई संयोजक बने। बता दें कि नीतीश ज्यादा देर तक मीटिंग में बात भी नहीं की।
बता दें कि आज की बैठक में बाद यह कहा जा सकता है कि सीएम नीतीश कुमार ने अपना विकल्प खोल रखा है। चाहे वह एनडीए गठबंधन के साथ जा सकते हैं या फिर इंडिया गठबंधन में बने रह सकते हैं। ये तो आने वाला समय ही बताएगा। नीतीश की राजनीतिक करियर की बात की जाए तो कुछ भी हो सकता है। उन्हें पलटू राम भी कहा जाता है। नीतीश कुमार तो रातों रात सरकार बदल देते हैं। कभी भाजपा के साथ तो कभी राजद के साथ गठबंधन करके सरकार और सीएम बन जाते हैं। राजनीति में कुछ भी हो सकता है।