लखनऊ : CM Yogi की दो टूक – गर्मी में आम आदमी को न हो पानी की किल्लत। CM Yogi आदित्यनाथ ने यूपी में होली के आसपास पूरे यूपी में तेजी से बदले मौसमी मिजाज को देखते हुए भी अधिकारियों को दो टूक अंदाज में निर्देशित किया है।
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CM Yogi ने स्पष्ट किया है कि जनहित में मौसम को लेकर किसी भी विभागीय स्तर पर कोई कोताही या लापरवाही नहीं दिखनी चाहिए।
CM Yogi ने कहा कि –‘…गर्मी का मौसम प्रारम्भ हो चुका है। …विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में सुचारु जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। …कहीं भी आम आदमी को पानी की किल्लत नहीं होनी चाहिए।
…पंचनद परियोजना बुंदेलखंड और आस-पास के क्षेत्रों में बड़े बदलाव की वाहक है, इसमें तेजी की अपेक्षा है। …औरैया, कानपुर देहात एवं जालौन आदि जिलों में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा और बुंदेलखंड में व्याप्त सूखा को मिटाने में मदद मिलेगी।
…वहीं मत्स्य पालन, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। …पुराने जलाशयों की सफाई और अनुरक्षण की आवश्यकता है। इनकी डीसिल्टिंग कराई जानी चाहिए। जिलों से रिपोर्ट प्राप्त करते हुए इसकी कार्रवाई आगे बढ़ाएं।’
फील्ड में बिजली विभाग के शीर्ष अधिकारी…
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि – ‘…बिजली विभाग के शीर्ष अधिकारी फील्ड में उतरें सभी डिस्कॉम की नियमित अंतराल पर समीक्षा की जाए। उपभोक्ताओं से संवाद करें।
…बिजली उपभोक्ताओँ की व्यवहारिक समस्याओं को सुनें और यथोचित निस्तारण कराएं। …यह सीधे तौर पर जनता से जुड़ा हुआ विभाग है, इसमें जनता से सीधा संवाद होना चाहिए।
आगामी 25 मार्च को वर्तमान सरकार के 8 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह 8 वर्ष नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के सृजन के रहे हैं। 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सभी जिलों में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाए।

इन मेलों में केंद्र सरकार द्वारा विगत 11 वर्ष और राज्य सरकार द्वारा विगत 8 वर्षों में जनता की सेवा, सुरक्षा और प्रदेश में सुशासन स्थापित करने के लिए किए गए प्रयासों और परिणामों से जनता को अवगत कराया जाना चाहिए।
सभी विभाग अपने प्रयासों/उपलब्धियों के बारे प्रदर्शनी लगाएं। सायंकाल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो, इनमें स्थानीय कलाकारों को वरीयता दें। तीन दिवसीय मेलों में लोककल्याणकारी योजनाओं से वंचित लोगों को इसका लाभ दिलाया जाए।
जनारोग्य मेला, ऋण मेला आदि का भी आयोजन हो। सभी जिलों में यह कार्यक्रम किया जाना है। इस संबंध में सभी आवश्यक कार्यवाही समय से पूरी कर ली जाए।’

यूपी के सभी जिलों में होगा आंगनबाड़ी का अपना भवन
इसी क्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने अधिकारियों से आगे कहा कि – ‘…बचपन संवारने में आंगनबाड़ी केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह आवश्यक है कि सभी जिलों में आंगनबाड़ी का अपना भवन हो, राज्य सरकार द्वारा इसके लिए हर तरह का सहयोग दिया जाएगा।
…इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रस्ताव तैयार करें। निर्माणाधीन राज्य विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्य की थर्ड पार्टी ऑडिट कराई जाए। गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए।
…सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत सब्सिडी वितरण में और प्रगति लाए जाने की आवश्यकता है। प्रदेश के स्टार्ट-अप को चिन्हित कर उन्हें यूनिकार्न की श्रेणी में लाए जाने के लिए प्रयास किए जाएं।
…सप्ताहांत का उपयोग फील्ड विजिट के लिए किया जाना उचित होगा। फील्ड के अधिकारियों को अनावश्यक राज्य मुख्यालय न बुलाएं, बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद करें।
…उत्तर प्रदेश के सभी शासकीय कार्मिकों को ‘मिशन कर्मयोगी’ से जोड़ा जाना है। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए। कार्मिकों के क्षमता संवर्धन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इसकी मॉनीटरिंग की जाए।’

बोले CM Yogi – स्वास्थ्य सेक्टर में व्यापक सुधार की आवश्यकता
CM Yogi आदित्यनाथ ने आगे कहा कि – ‘…स्वास्थ्य सेक्टर से हर व्यक्ति प्रभावित होता है। इसमें व्यापक सुधार की आवश्यकता है। हर व्यक्ति को समय पर और कम खर्च में इलाज सुलभ हो सके, यही प्राथमिकता होनी चाहिए।
…मरीजों की सुविधा और डॉक्टरों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए नीतिगत सुधारों को आगे बढ़ाया जाए। सतत प्रयासों से आज प्रदेश में 80 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। इन सभी का सुचारु संचालन हो।
…आम जन को सुलभ चिकित्सा सुविधा मिल सके, इसके लिए मेडिकल कॉलेजों की नियमित मॉनीटरिंग की जानी चाहिए। डॉक्टर की हर समय उपलब्धता हो, दवाओं की कमी न रहे।
…आयुष्मान भारत अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य के अंतर्गत पंजीकृत किसी भी अस्पताल का बकाया न रखा जाए। यह सुनिश्चित करें कि आयुष्मान कार्ड धारक मरीज के इलाज के बाद अधिकतम 1 माह के भीतर नियमानुसार अस्पताल का भुगतान कर दिया जाना चाहिए।
…नए अस्पतालों को इम्पैनल करें। आवश्यकता अनुसार इम्पैनलमेंट नियमों को सरल बनाएं। व्यवहारिकता का ध्यान रखें।’