रांचीः झारखंड में पहली बार कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है
. शनिवार को भुवनेश्वर से आए जिनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 14 सैंपल में ओमिक्रोन मिला है.
जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन नहीं होने के कारण अभी इस जांच के लिए राज्य दूसरे राज्य ओडीसा के भुवनेश्वर निर्भर है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 47 सैंपल में 32 सैंपल में अन्य वैरिएंट मिले हैं जबकि एक में डेल्टा मिला है.
32 अन्य सैंपल में जो वैरिएंट मिले है वह ना तो ओमीक्रोन है और ना डेल्टा है.
इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है.
इससे पहले भी नवंबर और दिसंबर महीने में भेजे गए सैंपल में ओमिक्रोन की पुष्टि नहीं हुई थी.
हालांकि अभी तक बहुत कम सैंपल की ही सीक्वेंसिंग हो पाई है.
14 संक्रमित हो चुके हैं स्वस्थ
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि भुवनेश्वर से आयी रिपोर्ट में ओमिक्रोन के
फैलाव की जानकारी दी गयी है, जिसके बाद राज्य में नये वैरिएंट को लेकर आदेश जारी किया गया है.
नये वैरिएंट को लेकर जो एहतियात बरतनी चाहिए, उसका निर्देश सभी डीसी को भेजा जा रहा है.
हालांकि जिन 14 लोगों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है, वह ठीक है और वह स्वस्थ हो चुके हैं.
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 33,189 है, जिसमें यह पता नहीं चल पा रहा है कि ओमिक्रोन से फिलहाल कितने संक्रमित हैं.
हालांकि स्वास्थ्य विभाग ओमिक्रोन से संक्रमित होनेवालों से लगातार संपर्क में है.
वहीं, उनके संपर्क में आनेवाले लोगों की पहचान जुटायी जा रही है.
लक्षण दिखे, तो जरूर जांच करायें- स्वास्थ्य मंत्री
राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार कोरोना की स्थिति पर नजर रखी हुई है.
वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद ही 15 से 31 जनवरी तक पाबंदियों को बढ़ाया गया है.
उन्होंने विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह को कोरोना की दवाओं की स्थिति की समीक्षा
कर उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए कहा है.
रिपोर्ट-करिश्मा
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