रांची : झारखंड में कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं. हर दिन हजारों मरीज मिल रहे हैं. इसी बीच राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अब स्कूल को खोलना चाहिए, जिससे बच्चों की पढ़ाई हो सके. रामेश्वर उरांव के बयान पर कांग्रेस में फूट देखने को मिल रही है. स्कूल खोलने को लेकर कांग्रेस में आरोप-प्रयारोप का सिलसिला शुरू हो गया है.
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बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल को बंद करने का निर्देश दिया है, ताकि संक्रमण ना बढ़े. लेकिन कांग्रेस सत्ता में होने के बावजूद भी सरकार के विरोध में मोर्चा खोल दिया है.
राज्य में खुले स्कूल- रामेश्वर उरांव
सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के नेता और राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कुछ दिन पहले कहा कि समाज के विकास की पहली सीढ़ी शिक्षा सीढ़ी होती है. इसलिए अब स्कूल को खोलना चाहिए. स्कूलों को अपने हिसाब से 25 से 30 प्रतिशत तक बच्चों को स्कूल बुलाया जाना चाहिए. जिससे बच्चों को पठन-पाठन में परेशानी ना हो.
स्कूल खोलने पर राजीव रंजन ने कहा- अभी खत्म नहीं हुआ है संक्रमण
दूसरी ओर गठबंधन सरकार के कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस रहेगा तब तक स्कूलों को नहीं खोला जाना चाहिए. क्योंकि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं. बच्चों से ही हमारा आने वाला भविष्य जुड़ा हुआ है. बच्चे ही देश का उज्जवल भविष्य होते हैं. उनके जीवन को संकट में डालकर स्कूलों को खोलना कहीं से भी सही नहीं है. इसीलिए जब तक संक्रमण खत्म नहीं होता तब तक स्कूलों को नहीं खोला जाना चाहिए. बच्चों के भविष्य को और जीवन को खतरे में नहीं डालना चाहिए.
गौरतलब है कि कोरोना को लेकर एक ओर सरकार सजग है तो वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस में फूट देखने को मिल रहा है. सत्ता में रहने के बावजूद भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का काम किया जा रहा है.
रिपोर्ट : करिश्मा सिन्हा
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