सत्ता में आते ही एक झटके में गरीबी मिटाएगी कांग्रेस : राहुल गांधी

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डिजीटल डेस्क : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर में भाजपा और पीएम मोदी पर जमकर बरसे। जगदलपुर के लालबहादुर शास्त्री मैदान में हुई जनसभा में उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही एक झटके में गरीबी को मिटाया जाएगा। इसका तरीका भी उन्होंने बताया। कहा कि चुनाव जीतने के बाद हम महालक्ष्मी योजना लाएंगे। उसमें जो भी लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं, सबकी लिस्ट बनेगी। हर परिवार से हम एक महिला को चुनेंगे। उनके बैंक खाते में हर महीने 8500 रुपये सरकार डालेगी। इस तरह सालाना सभी महिलाओं के खाते में एक लाख रुपये डाले जाएंगे। इससे करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।

 

हर गरीब परिवार की एक महिला को हर माह 8500 रुपये देगी कांग्रेस सरकार

राहुल गांधी ने आगे कहा कि हर गरीब परिवार को उनके एक महिला सदस्यों के मार्फत आर्थिक देकर उनके जीवन स्तर को बढ़ाने के साथ ही अन्य योजना भी तुरंत अमल में आएगी। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देंगे। साथ ही जो महिलाएं आंगनबाड़ी और आशा में काम करती हैं, उनके मानदेय को दोगुना करेंगे। आज उनको जितना मिलता है चुनाव के बाद कांग्रेस राज में डबल मिलेगा। यही नहीं, कांग्रेस की सरकार में सरकारी कंपनियों में और पब्लिक सेक्टर में ठेकेदारी प्रथा को खत्म करेंगे। चाहे पब्लिक सेक्टर हो या सरकारी ऑफिस सबको परमानेंट नौकरी मिलेगी।

इस सभा में अपने संबोधन की शुरूआत राहुल गांधी ने दंतेश्वरी माता की जय और गंगा माता की जय से किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार बनने के बाद हम जाति जनगणना कराएंगे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। इस चुनाव में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए लड़ रही है तो दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार में गरीब लोगों को स्थायी नौकरी नहीं मिलती लेकिन अमीर लोगों को सैलरी, पेंशन, मेडिकल सब कुछ मिलता है।

राहुल बोले – आदिवासियों को वनवासी बनाना चाहती है भाजपा

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी ने आदिवासी शब्द को बदलने की कोशिश की। हम आदिवासी कहते हैं लेकिन भाजपा के लोग वनवासी कहते हैं। वनवासी और आदिवासी में जमीन-आसमान का फर्क है। आदिवासी का मतलब जो इस जमीन का, जल-जंगल का पहले से असली मालिक था। यानी जब हिंदुस्तान में कोई और नहीं था तो आदिवासी रहते थे। भाजपा और संघ के लोग अदिवासियों के धर्म, विचारधारा, इतिहास पर आक्रमण करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में जंगल कम होते जा रहे हैं। भाजपा वाले अरबपतियों को जंगल देते जा रहे हैं।  एक दिन ऐसा आएगा जब हिंदुस्तान में जंगल नहीं होगा और भाजपा वाले कहेंगे कि आप वनवासी हो, अब जंगल और वन नहीं हैं तो आप कहीं के नहीं हो।

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