नई दिल्ली : मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ईडी आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ करेगी.
इसके खिलाफ कांग्रेस ने एक बार फिर दिल्ली, रांची समेत देशभर में प्रदर्शन की रणनीति बनाई है.
दिल्ली में संसद से लेकर सड़क तक कांग्रेस नेता विरोध प्रदर्शन करते नजर आएंगे.
कांग्रेस ने मनी लांड्रिंग के आरोपों को बताया बेबुनियाद
इससे पहले जून में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के समय भी कांग्रेस ने
मनी लांड्रिंग के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन कर
मोदी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया था. गुरुवार को कांग्रेस सांसद
संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन करेंगे वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और
कार्यकर्ता अकबर रोड स्थित मुख्यालय पर जमा होंगे और ईडी दफ्तर की तरफ बढ़ने की कोशिश करेंगे.
प्रदर्शन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी होंगे शामिल
दिल्ली के प्रदर्शन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे.
चालू संसद सत्र के दौरान नई दिल्ली इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजामों के मद्देनजर प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी.
इस वजह से दिल्ली में राजभवन के पास कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ा प्रदर्शन करेंगे.
कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से सभी राज्य इकाइयों को अपनी राजधानी में ईडी दफ्तर या राजभवनों के बाहर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए गए हैं. कांग्रेस के तमाम बड़े नेता प्रदर्शन को जोरदार बनाने का कवायद में लगे हैं. इसको लेकर मंगलवार और बुधवार को पार्टी नेताओं की अहम बैठक हुई.
ईडी ने सोनिया गांधी को भेजा है समन
इससे पहले जून के मध्य में ईडी ने राहुल गांधी से करीब 5 दिनों में करीब 50 घंटे की पूछताछ की थी. तब कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रोजाना प्रदर्शन किया था जिस दौरान पार्टी के बड़े नेताओं ने गिरफ्तारियां दी थी. सोनिया गांधी को भी जून में समन किया गया था लेकिन खराब सेहत का हवाला देकर उन्होंने करीब आगे की तारीख मांगी थी. अब सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के समय एक बार फिर कांग्रेस शक्ति प्रदर्शन कर जहां यह संदेश देने की कोशिश करेगी मोदी सरकार कांग्रेस नेतृत्व को बेवजह परेशान कर रही है.
क्या है मामला?
1937 में स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाली कंपनी एजेएल को घाटे से उबारने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का कर्ज दिया था. बाद में इस कर्ज के एवज में एजेएल ने अपने 99 प्रतिशत शेयर यंग इंडियन कंपनी को दे दिए. यंग इंडियन कंपनी में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के 38–38 प्रतिशत शेयर हैं. ईडी यंग इंडियन को मिले एजेएल के शेयर समेत यंग इंडियन के खाते में आए पैसों की जांच कर रही है.
इनसे भी हो चुकी है पूछताछ
सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पहले इस मामले में पवन बंसल, मल्लिकार्जुन खड़गे आदि से पूछताछ हो चुकी है. कांग्रेस की दलील है कि उसके नेताओं ने आजादी की विरासत से जुड़े एजेएल की मदद की और यंग इंडियन कंपनी जिन नियमों के तहत बनी है उसमें शेयर धारक एक रूपया भी नहीं निकाल सकते. ऐसे में काला धन सफेद करने के आरोप बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित हैं.