पटना : राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर बिहार में घमासान जारी है. बीजेपी लगातार उनपर निशाना साध रही है. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सिद्दीकी के बयान पर कहा कि 1990 से 2005 तक वे सरकार में महत्वपूर्ण पद पर थे. किस तरीके से बिहार में बच्चों और बेटियों को उठाया जाता था. अब ऐसी ही स्थिति बिहार में आने जा रही है, इसलिए अब्दुल बारी सिद्दीकी ऐसा बोल रहे हैं
मृतक के परिजनों को मुआवजा दे सरकार
वहीं शराबबंदी कानून को लेकर उन्होने कहा कि नीतीश कुमार ने जब कानून बनाया था तो कहा था कि हमारी पार्टी फूल शराबबंदी के समर्थन में है. अभी हर एक मोहल्ले में शराब सरकार बिकवा रही है. जब जून से शराब की जांच हुई तो सभी जगह शराब बनते हुए दिखाई दिया. सरकार को हर हाल में मुआवजा देना चाहिए.
…अब इंडिया में माहौल नहीं रह गया- सिद्दीकी
बता दें कि बीते सप्ताह का अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- ‘‘हमने अपने बेटा बेटी को कहा है कि नौकरी कर लो उधर ही. अगर सिटीजनशिप भी मिले तो ले लेना. अब इंडिया में माहौल नहीं रह गया कि तुमलोग झेल पाओगे या नहीं झेल पाओगे.’’ आरजेडी नेता ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि कितनी तकलीफ से ये बात आदमी अपने बच्चों को कहेगा कि अपनी मातृभूमिक को छोड़ दो. ये दौर आ गया है.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं अब्दुल बारी सिद्दीकी
आपको बता दें कि अब्दुल बारी सिद्दीकी आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं. लालू परिवार के बेहत खास हैं. बिहार में मंत्री रह चुके हैं. आरजेडी में एमवाई समीकरण के एम फैक्टर का सारा दारोमदार सिद्दीकी पर ही है. सिद्दीकी ने बताया कि उनका एक बेटा है और एक बेटी है. बेटा हार्वर्ड में पढ़ रहा है. बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक से पास आउट है. अब आरजेडी नेता के इस बयान के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है.