रांची:झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर हुए चुनावों के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। मतगणना प्रक्रिया तेज गति से चल रही है और शुरुआती रुझानों ने जनता और राजनीतिक दलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। झारखंड के इन चुनाव परिणामों से राज्य की राजनीति की दिशा तय होगी, और यह साफ होगा कि जनता ने किस दल पर अपना विश्वास जताया है।
दूसरी ओर, बिहार की चार विधानसभा सीटों—तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज—पर हुए उपचुनावों की मतगणना भी शुरू हो चुकी है। इन चारों सीटों को “सत्ता के सेमीफाइनल” के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन उपचुनावों के नतीजे यह संकेत देंगे कि एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच चल रही सियासी खींचतान में जनता किसे प्राथमिकता दे रही है।
झारखंड और बिहार, दोनों ही राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं ने जमकर जोर-आजमाइश की। अब जनता का निर्णय सामने आने में देर नहीं है। शुरुआती रुझानों से यह साफ हो जाएगा कि राजनीतिक दलों की रणनीतियां और मुद्दे कितने प्रभावी साबित हुए। इन नतीजों से आने वाले दिनों की राजनीति और गठबंधन की संभावनाओं पर भी असर पड़ सकता है।
अगले कुछ घंटों में स्पष्ट हो जाएगा कि झारखंड और बिहार के मतदाताओं ने किसे सत्ता सौंपने का जनादेश दिया है। ये नतीजे न केवल क्षेत्रीय राजनीति बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ा संदेश देंगे।