13 जुलाई को ही करने वाले थे इस्तीफे की घोषणा
नई दिल्ली : श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के एक सैन्य जेट से देश से फरार होने की खबर है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 73 वर्षीय राजपक्षे अपने परिवार के साथ मालदीव की राजधानी माले पहुंचे हैं.
इससे पहले राजपक्षे राष्ट्रपति भवन से भी रातोंरात फरार हो गए थे,
जिसके बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया.
करीब एक सप्ताह तक वे देश में ही गोपनीय ठिकाने पर रह रहे थे.
खास बात यह है कि बुधवार को ही वे अपने पद से इस्तीफे की
घोषणा करने वाले थे जिसपर उन्होंने सोमवार शाम हस्ताक्षर कर दिए थे.
इस्तीफे की घोषणा से पहले राजपक्षे हर हाल में देश छोड़ना चाहते थे
क्योंकि उन्हें इस्तीफा देने के बाद गिरफ्तारी का अंदेशा था.
राष्ट्रपति रहते उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता था.
इसी वजह से राजपक्षे ने 13 जुलाई को इस्तीफे की बात कही और इस्तीफे पर
हस्ताक्षर के बावजूद इसकी घोषणा को तबतक टाले रखा जबतक कि वे परिवार के साथ देश से बाहर न निकल जाएं.
जान बचाकर भागे राजपक्षे
चर्चा यह भी है कि अभूतपूर्व संकट से जूझ रहे श्रीलंका के नागरिकों के गुस्से से बचाकर राजपक्षे को देश से सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर कोई समझौता हुआ हो. क्योंकि पिछले दो दशकों से राजपक्षे और उनका पूरा परिवार श्रीलंका में सत्ता का बेशुमार सुख भोगता रहा. इस दौरान यह परिवार पटरी से उतरे देश के आर्थिक हालात और चीन के लगातार बढ़ते कर्जों से बेखबर बना रहा.
देश में खाद्यान्न, दवा और ईंधन का संकट
छह माह पहले जब देश की आर्थिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई तब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. 2.2 करोड़ की आबादी वाले इस देश के लोग खाद्यान्न, दवा और ईंधन जैसी बुनियादी चीजों के लिए तरस गए. स्थानीय लोग देश की इस स्थिति के लिए राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार मानते हुए गोटाबाया के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए.
राजपक्षे के भाई पूर्व वित्त मंत्री ने भी छोड़ा देश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजपक्षे के भाई और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने भी देश छोड़ दिया है. हालांकि उनके किसी अन्य देश में पनाह लेने की खबर है. भारी वित्तीय अनियमितता के आरोपों से घिरने के बाद भारी दबाव में बासिल ने इस्तीफा दिया था और एक दिन पहले ही मंगलवार को देश छोड़कर भागने की कोशिश की थी. हालांकि एयरपोर्ट कर्मियों के विरोध के चलते बासिल का प्रयास विफल हो गया था.
पहले ही देश से बाहर निकलने की खबर उड़ी थी
श्रीलंका के पार्लियामेंट के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्दना ने पहले ही एक बयान में कहा था कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश से बाहर चले गए हैं लेकिन बाद में उनके कार्यालय ने इसे एक गलती मानते हुए स्पष्ट किया कि गोटाबाया राजपक्षे फिलहाल देश में ही हैं.
आज करने वाले थे इस्तीफे की घोषणा
गोटाबाया ने एक दिन पहले ही देश की संसद को आधिकारिक रूप से सूचित किया था कि वे 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे. उन्होंने इस्तीफे पर हस्ताक्षर भी कर दिए लेकिन इसकी घोषणा बुधवार को करने वाले थे. अब जबकि उनके देश से फरार होने की खबर है तो प्रदर्शनकारियों में खुशी देखी जा रही है. देश में अंतरिम राष्ट्रपति और सर्वदलीय सरकार के गठन का रास्ता भी साफ हो गया है.
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