रांची: राजधानी रांची के चुटिया थाना क्षेत्र से सोमवार सुबह स्कूल जा रही 11 वर्षीय छात्रा का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। बच्ची सिरम टोली फ्लाईओवर के पास ई-रिक्शा से स्कूल जा रही थी, तभी ब्लैक कलर की i20 कार (नंबर: JH01SU6874) में सवार चार अपराधियों ने वैन को टक्कर मारकर छात्रा को जबरन उठा लिया। अपहरण की यह सनसनीखेज वारदात राज्य में खलबली मचा गई, लेकिन रांची और रामगढ़ पुलिस की त्वरित और समन्वित कार्रवाई से महज कुछ घंटों के भीतर बच्ची को रामगढ़ जिले के कुजू क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया गया।

पुलिस को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा और रांची रेंज के आईजी मनोज कौशिक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 10 जिलों में 90 से अधिक स्थानों पर नाकाबंदी अभियान शुरू कराया। इस दौरान रामगढ़ एसपी पियूष पांडेय के नेतृत्व में कुजू और मांडू थाना क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया।
मांडू थाना प्रभारी सदानंद ने दिलेरी दिखाते हुए अपहरणकर्ताओं की गाड़ी का पीछा किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर उसे रोकने का प्रयास किया। हालांकि अपराधी कार लेकर कुजू के श्रीराम चौक की ओर भाग निकले, जहां घेराबंदी को देखते हुए उन्होंने बच्ची को सड़क पर छोड़ जंगल की ओर फरार हो गए। बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है और पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया है।

रामगढ़ एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया कि चारों अपराधी 20 से 25 वर्ष के युवक थे और बच्ची की आंखों पर पट्टी बांधकर उसे राज्य से बाहर ले जाने की कोशिश कर रहे थे। गाड़ी की पहचान हो चुकी है और पुलिस जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का दावा कर रही है। इस पूरे ऑपरेशन में कुजू, मांडू और रामगढ़ थाना की सक्रियता और रांची पुलिस के समन्वय को बड़ी सफलता माना जा रहा है।

बच्ची के परिजनों और स्थानीय लोगों ने झारखंड पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए राहत की सांस ली है। घटना को लेकर पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीरता से सोचने की जरूरत महसूस की जा रही है।