रांची: जगन्नाथपुर के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ की दर्शन के साथ रथ यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया है। आज मंगलवार को सुबह 3 बजे से ही भक्तों ने अपनी पारी का इंतजार करते हुए भगवान के दर्शन के लिए कतार लगाई है।
सुबह 5 बजे पूजा के बाद भक्तों के लिए जगन्नाथ स्वामी के दर्शन के लिए पट खुला है। हजारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे मंदिर पहुंच चुके हैं। दोपहर 2 बजे के बाद मुख्य मंदिर का पट बंद हो जाएगा। इस रथ यात्रा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी शामिल होंगे।
प्रशासन, आरएसएस, आदिवासी समिति और मंदिर समिति के साथ कई समितियां विधि व्यवस्था के लिए सेवा दे रही हैं। भगवान जगन्नाथ के रथ को मौसीबाड़ी ले जाने से पहले उसे पुरी के वस्त्र से सजाया गया है और नीलचक्र भी पुरी से लाया गया है। 10 कारीगरों ने रथ की सजावट की है।
भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़
दोपहर 2 बजे के बाद सुदर्शन चक्र, श्री गरुड़ जी, लक्ष्मी नरसिंह, बलभद्र स्वामी, सुभद्रा माता और श्री जगन्नाथ स्वामी के विग्रह रथों पर स्थापित किए जाएंगे।
दोपहर 2:30 तक विग्रह रथारूढ़ होंगे और दोपहर 3 बजे तक श्रृंगार प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
दोपहर 3 से 4:30 बजे तक भक्त श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करेंगे।
चारों रथों पर 4:30 बजे से 5:00 बजे तक जगन्नाथ स्वामी के चरणों पर पुष्प अर्पित किए जाएंगे।
इसके बाद शाम 5 बजे रथ मौसीबाड़ी की ओर प्रस्थान करेगा और शाम 6 बजे तक वहां पहुंचेगा।
महिलाएं शाम 6:05 बजे से दर्शन कर सकेंगी।
दर्शन बंद होंगे जब 7:00 बजे हो जाएंगे और रथ से विग्रहों को उतारकर मौसीबाड़ी मंदिर में प्रतिष्ठापित किया जाएगा।
शाम 8 बजे 108 की मंगल आरती होगी और इसके बाद भगवान शयन मुद्रा में चले जाएंगे।