रांची. गुरुवार को झारखंड केंद्रीय विवि (सीयूजे) में सफाई मित्र सुरक्षा शिविर का आयोजन किया गया। ‘स्वच्छता ही सेवा’ के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में सीयूजे के कुलपति डॉ. क्षिति भूषण दास मुख्य अतिथि थे। कुलपति दास ने कहा कि अगर हम स्वच्छ रहते हैं तो हमारा मन भी प्रसन्न रहता है। उन्होंने आगे कहा कि लोग बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर कचरा फेक देते हैं, पर वही जब हवाई अड्डा जाते हैं, तब ऐसा नहीं करते क्योंकि वहां ऐसा करना मना है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री की योजना हर घर शौचालय से देश में कम हुई बीमारियों के बारे में भी बात की।
सीयूजे के कुलपति दास ने सभी को स्वच्छता की शपथ दिलायी। स्वच्छता ही सेवा अभियान की सदस्य डॉ. रश्मि वर्मा ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ‘सेवा परमो धर्म’ और स्वच्छता का महत्व के बारे में बात की। नोडल ऑफिसर डॉ. सुभाष कुमार बैठा ने अभियान के तहत आयोजित गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुति की। उन्होंने कहा कि 14 सितंबर से चल रहे इस कार्यक्रम में अनेक तरह के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें कैंपस में साफ सफाई से लेकर वृक्षा रोपण, और नारा लेखन भी था।
“स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” विषय पर एक लघु चलचित्र भी दिखाया गया। इस अवसर पर एन.एस.एस द्वारा जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 70 से अधिक सुरक्षा कर्मियों ने भाग लिया। इसमें रक्त जांच, रक्तचाप आदि सभी का निशुल्क जांच किया गया। कुलपति डॉ. दास और डॉ. मनोज कुमार ने विश्वविद्यालय के सभी सफाई कर्मियों के बीच स सुरक्षा किट का वितरण किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर डॉ. संजय, डॉ. मयंक रंजन, डॉ. कालशंग, डॉ. शशि मिश्रा, डॉ. के के राव एवं विभिन्न विभागों के विद्यार्थी उपस्थित थे। डॉ. विजय कुमार यादव ने कार्यक्रम का समापन किया।
सीयूजे में नेत्र जांच शिविर का आयोजन
वहीं झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के नेत्र जांच शिविर का आयोजन, रांची कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास के अनुमोदन उपरांत विश्वविद्यालय नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। कटहल मोड़ से दृष्टि नेत्रालय की टीम द्वारा विश्वविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेत्तर का नेत्र तथा स्वास्थ्य जांच की गयी।
सीयूजे में सिनेमा और समाज पर विशेष व्याख्यान का आयोजन
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) के जनसंचार विभाग द्वारा सिनेमा और समाज विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रांची विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के प्रोफेसर (डॉ.) बी.पी. सिन्हा, उपस्थित रहे। इस दौरान प्रो. बी.पी. सिन्हा ने सत्र के दौरान सिनेमा के इतिहास और विभिन्न युगों पर संक्षेप में जानकारी दी तथा सामाजिक साहित्य से जुड़े रहने पर जोर दिया। विभागाध्यक्ष प्रो. देवव्रत सिंह ने सिनेमा का समाज पर प्रभाव और कोविड के बाद सिनेमा के परिदृश्य में बदलाव पर विचार साझा किए।