रांची: राजधानी रांची में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 4.69 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। यह मामला लालपुर थाना क्षेत्र का है, जहां मुक्ति शरण लेन निवासी अनुज कुमार ने अपने पुराने परिचित अनिकेत कुमार पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
अनुज ने प्राथमिकी में बताया कि अनिकेत कुमार, जो पटना के रामकृष्ण नगर का रहने वाला है, उनका लंबे समय से व्यक्तिगत परिचित रहा है। 5 मई को अनिकेत ने अनुज से 30 लाख रुपये के यूएसडीटी (USDT – क्रिप्टो करेंसी) की बिक्री का प्रस्ताव रखा। अनुज ने असमर्थता जताई, जिसके बाद दोनों में 5000 यूएसडीटी (लगभग 4.61 लाख रुपये) के लेन-देन पर सहमति बनी।
वेरिफिकेशन के नाम पर शेयर किया फर्जी लिंक
6 मई को अनुज ने तय राशि देकर यूएसडीटी खरीद लिया और इसकी जानकारी अनिकेत को दी। इसके बाद अनिकेत ने “ट्रस्ट वॉलेट” वेरिफाई करने के नाम पर एक लिंक साझा किया और कहा कि वॉलेट वेरिफिकेशन जरूरी है। अनुज ने जैसे ही उस लिंक पर प्रक्रिया पूरी की, अनिकेत ने उन्हें 5101 यूएसडीटी एक ट्रस्ट वॉलेट में ट्रांसफर करने को कहा।
कुछ ही समय में अनुज को पता चला कि जिस वॉलेट में उन्होंने यूएसडीटी भेजा था, वह पहले से ही हैक किया हुआ था। उनकी पूरी क्रिप्टो राशि किसी अज्ञात अकाउंट में ट्रांसफर कर दी गई। अनुज का कहना है कि यह कोई सामान्य वेरिफिकेशन नहीं था, बल्कि एक पूर्व नियोजित हैकिंग प्रक्रिया थी।
अनिकेत पर पहले भी लगे हैं हैकिंग के आरोप
जब अनुज ने इस धोखाधड़ी को लेकर अनिकेत से सवाल किया, तो उसने सारा दोष किसी अन्य व्यक्ति पर मढ़ने की कोशिश की। इसके बाद यह भी जानकारी मिली कि अनिकेत पूर्व में छात्रों की उपस्थिति प्रणाली हैक करने जैसी गतिविधियों में शामिल रहा है।
क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 4.69 लाख की साइबर ठगी – पुलिस कर रही मामले की जांच
लालपुर थाना में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने साइबर ठगी की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अनिकेत के साइबर अपराधों से जुड़े पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। वहीं, पीड़ित अनुज ने प्रशासन से न्याय और आर्थिक क्षति की भरपाई की मांग की है।
Highlights