रांची: देवघर में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले के लिए राज्यभर से स्वास्थ्य विभाग द्वारा 80 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की गई है, लेकिन इस सूची में गंभीर लापरवाही सामने आई है। 10 से 25 जुलाई तक देवघर में ड्यूटी के लिए जिन डॉक्टरों की सूची जारी की गई है, उनमें एक मृत डॉक्टर अनंत कुमार पंडित का नाम भी शामिल है।
इतना ही नहीं, सूची में कुछ ऐसे डॉक्टरों के नाम भी हैं जो फरवरी 2025 में ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं। हजारीबाग जिले से दो सेवानिवृत्त डॉक्टरों को भी मेला ड्यूटी में शामिल कर लिया गया है। इस गलती से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
कई डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें पहले भी तीन बार मेला ड्यूटी में भेजा जा चुका है, यह उनकी चौथी बार की प्रतिनियुक्ति है। साथ ही, जिन विशेषज्ञ डॉक्टरों को आमतौर पर ऐसी ड्यूटी से मुक्त रखा जाता है, उन्हें भी इस बार ड्यूटी में शामिल किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने देवघर के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर सूची से बाहर के डॉक्टरों को भी ड्यूटी पर लगाया जा सकता है। बावजूद इसके, मृत और सेवानिवृत्त डॉक्टरों की सूची में शामिल होना स्वास्थ्य प्रशासन की लापरवाही और समन्वयहीनता को दर्शाता है।