दीपावली 2025 लक्ष्मी पूजन और अमावस्या तिथि जानकारी: पूर्ण प्रदोषकाल 20 अक्टूबर, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर और भाईदूज 23 अक्टूबर।
Deepawali 2025 Date & Puja Timing रांची: इस वर्ष कार्तिक मास की दीपावली 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनय कुमार के अनुसार, दीपावली का पर्व अमावस्या तिथि के पहले दिन मनाना श्रेष्ठ माना गया है।
अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे शुरू होगी और 21 अक्टूबर शाम 5:43 बजे तक रहेगी। पहले दिन अमावस्या प्रदोष और निशीथ काल में होने के कारण रात के समय लक्ष्मी पूजन करना उचित रहेगा। अगले दिन, यानी 21 अक्टूबर को अमावस्या सूर्यास्त से पहले समाप्त हो जाएगी और प्रतिपदा लग जाएगी।
Key Highlights:
दीपावली 2025 इस वर्ष 20 अक्टूबर को अमावस्या तिथि में मनाई जाएगी।
अमावस्या 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:43 बजे तक रहेगी।
पूर्ण प्रदोषकाल व्यापिनी तिथि 20 अक्टूबर को होने के कारण लक्ष्मी पूजन का श्रेष्ठ समय भी इसी दिन है।
21 अक्टूबर को अमावस्या सूर्यास्त से पहले समाप्त होने के कारण प्रतिपदा प्रारंभ हो जाएगी।
गोवर्धन पूजा (अन्नकूट) 22 अक्टूबर और भाईदूज/यम द्वितीया 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
शास्त्र सम्मत गणना और विशेषज्ञों के अनुसार, दीपावली पूजन 20 अक्टूबर को ही किया जाना उचित है।
Deepawali 2025 Date & Puja Timing:
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित विजय दीक्षित ने भी बताया कि शास्त्र सम्मत गणना के अनुसार दीपावली पूजन 20 अक्टूबर को ही किया जाना चाहिए। हालांकि, यदि कोई सुबह पूजन करना चाहता है, तो 21 अक्टूबर को भी सुबह पूजा कर सकता है।
इस वर्ष गोवर्धन पूजा (अन्नकूट) 22 अक्टूबर को और भाईदूज या यम द्वितीया (चित्रगुप्त पूजन) 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस प्रकार, दीपावली 2025 का उत्सव पूरी तरह से अमावस्या तिथि और पूर्ण प्रदोषकाल के अनुसार सम्पन्न होगा।
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