रांची: जिले के तरहसी प्रखंड के सरइडीह जंगल के झरना छठ घाट पर शनिवार की देर शाम एक हिरण का शिकार करने के लिए उसे गोली मार दी गई. हिरण के पिछले भाग में दो गोली मारी गई. गोली लगते ही हिरण तड़पने लगा.
इस बीच चरवाहे महेश भुइयां की नजर उस पर पड़ी. उसने वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सुरेश यादव के साथ मिलकर हिरण को शिकारियों से बचाया और घर ले आए. बाद में इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. सूचना के अलोक में वन विभाग के कर्मियों ने हिरण का रेस्क्यू किया. हिरण का इलाज शुरू कराया. हालांकि करीब एक घंटे बाद हिरण की मौत हो गई. रविवार की सुबह हिरण के शव का पोस्टमार्टम मनातू में किया गया. वन विभाग के कर्मी मामले की छानबीन में जुटे हुए हैं. शिकारियों की तलाश की जा रही है.
मनातू वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल राकेश पांडेय ने जानकारी दी कि वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सुरेश यादव की सूचना पर मौके पर पहुंचे और जख्मी हिरण का रेस्क्यू किया. हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका. प्रभारी वनपाल ने बताया कि हिरण के पिछले हिस्से में दो गोली लगने के निशान मिले हैं.
हिरण नर था. उसकी उम्र लगभग 3 वर्ष के आस पास होगी. मनातू में उसका पोस्टमार्टम कराकर दफना दिया गया है. रेस्क्यू में उनके साथ उनके साथ वनपाल जयप्रकाश रंजन, वनरक्षी अभय कुमार एवं चालक देवशरण महतो भी थे.