पटना : बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने राज्य के प्रमुख चिड़ियाघर संजय गांधी जैविक उद्यान को और अधिक आकर्षक, आधुनिक एवं पर्यटक-अनुकूल बनाने के उद्देश्य से आम नागरिकों, विशेषज्ञों एवं पर्यटकों से बहुमूल्य सुझाव आमंत्रित किए हैं।
संजय गांधी जैविक उद्यान वन्यजीव संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना चुका है
संजय गांधी जैविक उद्यान वन्यजीव संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना चुका है। यहां बाघ, हाथी, गैंडा (राइनो), चीतल सहित कई दुर्लभ प्रजातियों का सफल प्रबंधन और संरक्षण किया जा रहा है। यही कारण है कि हर वर्ष लगभग 20 लाख से अधिक पर्यटक यहां आकर बिहार की जैव विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करते हैं।
उद्यान में आधुनिक सुविधाओं का विकास आवश्यक है
विभाग का मानना है कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या और उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए उद्यान में आधुनिक सुविधाओं का विकास आवश्यक है। इसमें पर्यावरण-अनुकूल ढांचे, डिजिटल सुविधाएं, बच्चों एवं शोधकर्ताओं के लिए शैक्षिक कार्यक्रम, स्वच्छता और हरियाली पर विशेष बल दिया जाएगा। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी कार्य होगा।
मुख्य उद्देश्य नागरिकों और विशेषज्ञों को उद्यान विकास में सहभागी बनाना है
जन सुझाव आमंत्रण की इस पहल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों और विशेषज्ञों को उद्यान विकास में सहभागी बनाना है ताकि उनकी राय से योजनाओं को और अधिक उपयोगी बनाया जा सके। सुझाव भेजने की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है। इच्छुक नागरिक अपने सुझाव विभाग को ईमेल efd.bih.feed@gmail.com पर या मोबाइल संख्या 8114593954 पर भेज सकते हैं।
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