Friday, August 1, 2025

Related Posts

झारखंड में आंधी-बारिश से तबाही: रांची में दर्जनों घर क्षतिग्रस्त; 22 मई तक अलर्ट जारी

रांची: झारखंड में एक बार फिर तेज आंधी, बारिश और ठनका कहर बनकर टूटा। मंगलवार को करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं और मूसलधार बारिश ने कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। रांची के कई इलाकों में दर्जनों घरों की एसबेस्टस की छतें उड़ गईं, जबकि खलारी में स्कूल में लगी सोलर पैनलें उखड़ गईं।

तेज हवाओं के कारण दर्जनों पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। वहीं रामगढ़, विष्णुगढ़, बालूमाथ और बोकारो में आकाशीय बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में रामगढ़ के सिमराबेड़ा निवासी पुहूराम मांझी और उनके साले जीतन मांझी शामिल हैं। अन्य मृतकों में विष्णुगढ़ के करमाटांड़ निवासी सुनील ठाकुर, बालूमाथ के सीरम गांव के कन्हैया लाल तथा बोकारो के गोमिया निवासी पूरन मांझी और जीवन मांझी शामिल हैं।

इधर, मौसम विभाग ने 21 मई को रांची, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं 22 मई को ऑरेंज अलर्ट के तहत और भी तेज आंधी और बारिश की आशंका जताई गई है।

मानसून की आहट: केरल में जल्द दस्तक संभव
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की आमद 4-5 दिनों में हो सकती है, जो पूर्वानुमान से पहले है। इससे पहले 2009 में मानसून 23 मई को पहुंचा था। केरल के चार जिलों में भारी बारिश हो रही है और आठ जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।

गर्मी को प्री-मानसून ने दी मात
आईएमडी का पूर्वानुमान था कि मई में हीटवेव के दिन सामान्य से अधिक होंगे, लेकिन प्री-मानसून गतिविधियों ने तापमान को नियंत्रित कर लिया। उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान 45-46 डिग्री तक पहुंचा जरूर, लेकिन आंधी-बारिश ने लू को चलने नहीं दिया। गुजरात में सामान्य से 18 गुना, महाराष्ट्र में ढाई गुना और दक्षिण भारत में 50 से 90% अधिक बारिश दर्ज की गई है।

स्काईमेट के मुताबिक, इस बार समुद्री तटों से आई नमी भरी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान बढ़ने के साथ-साथ बारिश भी हुई, जिससे लू की स्थिति नहीं बनी।

 

 

127,000FansLike
22,000FollowersFollow
587FollowersFollow
562,000SubscribersSubscribe