Dhanbad : धनबाद सदर अस्पताल में उपायुक्त माधवी मिश्रा ने फाइलेरिया रोधी दवाओं डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक का सेवन कर अभियान का शुभारंभ किया। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी लाभुकों को सामने दवा खिलाएं ताकि किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स की स्थिति में त्वरित उपचार किया जा सके।
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उन्होंने समय पर बूथ स्तर तक दवा पहुंचाने का भी निर्देश दिया। इस बाबत उपायुक्त ने लोगों से दवा की खुराक लेने की अपील की है।
![Dhanbad : जानकारी देती उपायुक्त](https://i0.wp.com/22scope.com/wp-content/uploads/2025/02/%E0%A4%9A560.jpg?resize=696%2C417&ssl=1)
Dhanbad : जिले के 2248 बूथ पर पिलाई जाएगी खुराक
बता दें कि जिले के 2248 बूथ पर 4496 दवा प्रशासक द्वारा 26 लाख से अधिक लोगों को अपने सामने दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान को सफल बनाने के लिए 428 सुपरवाइजर भी क्रियाशील हैं। वहीं छूटे हुए लोगों को 11 से 25 फरवरी तक दवा प्रशासक द्वारा घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जाएगी।
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दवाई लेने के बाद यदि किसी व्यक्ति के शरीर में माइक्रो फाइलेरिया की मौजूदगी होगी तो उसे सरदर्द, बुखार होने की संभावना है। फाइलेरिया दिव्यांगता पैदा करने वाली द्वितीय सबसे बड़ी लाईलाज बीमारी है। इसकी वजह से हाथ, पांव का फूलना और हाइड्रोसील होता है।
मादा क्युलेक्स मच्छर के काटने फैल रही बीमारी
मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान वर्ष में एक बार डीईसी एवं एल्बेंडाजोल दवा का खुराक लेने से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। फाइलेरिया गंदे पानी में पनपने वाली सबसे अधिक आबादी वाले संक्रमित मादा क्युलेक्स मच्छर के काटने से होती है, इसलिए अभियान के दौरान सभी लोगों को दवाई का सेवन करना चाहिए।
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं गंभीर बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जाएगी। किसी को भी यह दवा खाली पेट सेवन नहीं करनी है।