धनबाद-गोविंदपुर Property Scam: बिना PAN के 1600+ जमीन-फ्लैट रजिस्ट्रेशन, Rs 400 Crore का खुलासा

धनबाद और गोविंदपुर में बिना PAN कार्ड के 1600 से अधिक संपत्ति खरीद का खुलासा हुआ. 400 करोड़ से ज्यादा के रजिस्ट्रेशन पर आयकर विभाग ने जांच तेज की.


धनबाद-गोविंदपुर Property Scam: आयकर जांच में बड़ा खुलासा: बिना PAN के 1600 से अधिक संपत्ति रजिस्ट्रेशन

धनबाद-गोविंदपुर Property Scam धनबाद: धनबाद और गोविंदपुर निबंधन कार्यालय में आयकर विभाग की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. पिछले दो वर्षों में 1600 से अधिक जमीन, फ्लैट और बंगले का रजिस्ट्रेशन बिना PAN कार्ड के किया गया. इन सभी संपत्तियों का मूल्य 400 करोड़ रुपये से अधिक बताया जा रहा है. प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर नियमों की अनदेखी और संदिग्ध निवेश का संकेत मिला है.

धनबाद-गोविंदपुर Property Scam:  बड़े कारोबारियों ने नियमों को नजरअंदाज कर खरीदी संपत्तियां

जांच से पता चला है कि कई बड़े कारोबारी और संपन्न निवेशकों ने भारी रकम लगाकर संपत्ति खरीदी, लेकिन न तो PAN कार्ड का इस्तेमाल किया और न ही फॉर्म 60 भरा. आयकर टीम ने इन डीडों की वैल्यू 10 लाख रुपये से ऊपर पाई, जो PAN की अनिवार्यता के दायरे में आती है. फिर भी रजिस्ट्रेशन बिना दस्तावेज के किया गया.


  • दो वर्षों में बिना PAN के 1600 से अधिक जमीन, फ्लैट और बंगला की खरीद

  • रजिस्ट्रेशन वैल्यू 400 करोड़ रुपये से अधिक, नियमों का खुला उल्लंघन

  • कई बड़े कारोबारी जांच के दायरे में, गलत PAN और छिपाई गई डील सामने

  • आयकर विभाग ने प्रारंभिक रिपोर्ट पटना मुख्यालय को भेजी

  • निबंधन विभाग को गड़बड़ियां दूर करने के लिए 10 दिन की मोहलत


धनबाद-गोविंदपुर Property Scam:  आयकर रिटर्न में छिपाई गई खरीद, गलत PAN का उपयोग

सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग ने कुछ डीड की अचानक जांच शुरू की. कई खरीदारों ने अपने रिटर्न में संपत्ति खरीद का जिक्र नहीं किया. कुछ मामलों में गलत PAN कार्ड का इस्तेमाल भी पाया गया. विभाग ऐसे सभी मामलों का मिलान कर रहा है. जहां बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली है, वहां टैक्स चोरी की आशंका मजबूत हुई है.

धनबाद-गोविंदपुर Property Scam:  निबंधन कार्यालय के कर्मी भी जांच के दायरे में

आयकर अधिकारी आर के गर्ग के नेतृत्व में 12 और 14 नवंबर को हुए सर्वे में कई डाक्यूमेंट्स की जांच की गई. टीम को संदेह है कि बिना PAN के रजिस्ट्रेशन में निबंधन कार्यालय के कुछ कर्मियों और अधिकारियों की मिलीभगत हो सकती है. प्रारंभिक रिपोर्ट निदेशक, आयकर (आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण), पटना को भेज दी गई है.

धनबाद-गोविंदपुर Property Scam: एक वर्ष से कई एजेंसियों की नजर

धनबाद में जमीन और मकान में करोड़ों रुपये के निवेश की सूचना पहले से कई केंद्रीय एजेंसियों तक पहुंच चुकी थी. पिछले एक वर्ष से विभिन्न एजेंसियां नजर रखे हुए थीं. कुछ सफेदपोश व्यापारी और राजनीतिक चेहरे भी जांच रडार पर हैं.

धनबाद-गोविंदपुर Property Scam:  निबंधन विभाग को 10 दिन की मोहलत

आयकर विभाग ने निबंधन विभाग को 10 दिनों का समय दिया है ताकि वे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में हुई गड़बड़ियों को सुधार सकें. समय पर सुधार नहीं होने पर रजिस्ट्रेशन विभाग पर जुर्माने और कानूनी कार्रवाई का रास्ता खुल सकता है. ऐसे मामलों में सजा का भी प्रावधान है.

यह मामला स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि नियमों की अनदेखी कर बड़े पैमाने पर संपत्ति खरीद-बिक्री की गई और टैक्स चोरी की आशंका गहराती जा रही है. आयकर विभाग अगले चरण में खरीदारों के खिलाफ ठोस कार्रवाई कर सकता है.

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