गया : बिहार के गया में 1000 करोड़ की लागत से बनी बौद्ध सर्किट वाली सड़क गया में फल्गु मानपुर बाईपास पुल के समीप धंस गई है। करीब 93 किलोमीटर तक यह फोरलेन सड़क बनी है, जो कि गया के डोभी-बोधगया-मानपुर-बिहारशरीफ और राजगीर को जोड़ती है। यह बौद्ध सर्किट को जोड़ने वाली मुख्य सड़क बताई जाती है।
एक लेन पर आवागमन पूरी तरह से बाधित, 15 से 20 फीट तक धंसी
फोरलेन सड़क मार्ग पर एक लाइन पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। बताया जाता है कि चार-पांच फीट के गोलाकार में सड़क गहराई तक 15 से 20 फीट तक धंंसी है और इसके धंंसने का सिलसिला जारी है। इस तरह से फोर लेन सड़क धंसना निश्चित तौर पर बताता है कि बिहार में सरकारी इंजीनियरिंग किस कदर लचर काम करती है। सड़क जितनी गहरी धंसी है, वहां पर उसमें पत्थर, ईट और मिट्टी कुछ भी नहीं है।
स्थानीय लोगों ने देखा तो बस बल्ले से की बैरिकेडिंग, बड़ी घटना टली
सोमवार की सुबह में स्थानीय लोगों ने इसे देखा तो भौंचक रह गए। काफी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई और संबंधित विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। लोगों ने कोई बड़ी घटना न हो, इसे लेकर इस फोरलेन सड़क के एक लेन में बांस बल्ले की बैरिकेडिंग कर दी। गौरतलब कि इस सड़क पर हजारों गाड़ियों का परिचालन प्रतिदिन होता है. ऐसे में बड़ी घटना टली है। यदि कोई बड़ा वाहन सड़क धंसने वाले स्थान पर जाता तो बड़ी घटना का सबब बन जाता।
हम लोगों की नजर पड़ी तो बड़ी घटना टल गई
वहीं, स्थानीय आशुतोष कुमार, सोनू कुमार ने बताया कि सुबह में हम लोगों की नजर पड़ गई तो हम लोगों ने घेराबंदी कर दी और संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है। यह बड़ी लापरवाही है। इतने बड़े प्रोजेक्ट में 15- 20 फीट तक की गहराई तक सड़क धंसी है। इस पर संबंधित विभाग पर कार्रवाई होनी चाहिए और जांच की जानी चाहिए। हालिया महीने ही यह सड़क बनी है।
1000 करोड़ की लागत से 93 किलोमीटर तक बनी है यह सड़क
बीएसआरडीसीएल के सुपरविजन कंसलटेंट राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि 1000 करोड़ की राशि से गया-बोधगया-बिहारशरीफ तक 93 किलोमीटर में यह सड़क बनी है। गया में मानपुर फल्गु बाईपास पुल के समीप सड़क धंसने की सूचना मिली है, जिसके बाद वहां पर काम शुरू किया जाएगा। बताया कि पाइपलाइन लीकेज होने के कारण यह सड़क धंसी है। इसकी मरम्मती शीघ्र करा ली जाएगी। बताया कि बौद्ध सर्किट के तहत यह फोरलेन बनी है। वाहनों का परिचालन बाधित न रहे, इसके लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं।
आशीष कुमार की रिपोर्ट